J&K: आतंकियों की घुसपैठ नाकाम करने में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी
घाटी में सर्दियों के करीब आने और पहाड़ों पर बर्फबारी होने के बाद इन सभी पहाड़ों पर ट्रेक करने में मुश्किल होने से पहले पाकिस्तान अधिक से अधिक आतंकवादियों को सीमा पार भेजने की कोशिश कर रहा है.
नई दिल्ली: घाटी में सर्दियों के करीब आने और पहाड़ों पर बर्फबारी होने के बाद इन सभी पहाड़ों पर ट्रेक करने में मुश्किल होने से पहले पाकिस्तान अधिक से अधिक आतंकवादियों को सीमा पार भेजने की कोशिश कर रहा है. पिछले एक महीने में सीमा पर सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की दो दर्जन से अधिक कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है.
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर के महीने में, फिर से घुसपैठ की कोशिशों और युद्ध विराम उल्लंघनों में वृद्धि होगी क्योंकि पाकिस्तानी सेना इन आतंकवादियों को पार करने के लिए कवर प्रदान करती है. इसलिए सेना ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है.
सीमावर्ती क्षेत्रों में सभी प्रयासों को विफल किया
जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान हर साल बर्फबारी से पहले आतंकवादियों को भेजने की कोशिश करता है और यह इस साल भी जारी है. हमारे पास गुरेज और बांदीपोरा सेक्टरों से घुसपैठ की खबरें हैं. सेना का इन जगहों पर आतंकियों के साथ संपर्क भी स्थापित हुआ था और हम सीमा के करीब इन इलाकों से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद करने में कामयाब रहे. बारामूला और हंदवाड़ा में भी प्रयास हुए. हमारी सीमा सुरक्षा ग्रिड मजबूत है. हमने सीमावर्ती क्षेत्रों में इनके सभी प्रयासों को विफल करने में कामयाबी हासिल की है. '
विशेषज्ञों का कहना है कि कश्मीर को पार करने के लिए पीओके में लॉन्च पैड पर 250 से अधिक आतंकवादी तैयार हैं और पाकिस्तान अपने स्तर पर इन आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की पूरी कोशिश कर रहा है. जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि घुसपैठ की कुछ कोशिशें सफल हो सकती हैं, लेकिन ज्यादातर कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है.
चीन के बने ड्रोन की मदद से हथियार और ड्रग्स गिराए जा रहे
हालांकि, सीमाओं पर सुरक्षाबलों के लिए एक नई चुनौती है. इन सीमावर्ती इलाकों में चीन के बने ड्रोन की मदद से हथियार और ड्रग्स गिराए जा रहे हैं. हाल ही में सुरक्षाबलों द्वारा कुछ चीनी हथियार भी बरामद किए गए हैं. सीमावर्तीक्षेत्रों के विभिन्न स्थलों से हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया है और कहा जा रहा है कि यह सब गोला- बारूद ड्रोन की मदद से गिराया गया था.
दिलबाग सिंह ने कहा, 'एक कार्बाइन है जिसे हमने बरामद किया है जो चीनी निर्मित है और चीनी स्टार पिस्तौल काफी समय से आतंकवादियों के पास है. ड्रोन द्वारा हथियारों को गिराना पाकिस्तान की नई रणनीति है और हमने इससे निपटने के लिए कड़े कदम उठाए हैं. हमने एके 47, एमओ 4, पिस्टल और ग्रेनेड जैसे हथियारों की खेप को देखा और उसे बरामद किया है और हमने इन सभी प्रयासों का भंडाफोड़ किया है.'
इन ड्रोन की मदद से न केवल गोला-बारूद नहीं, बल्कि नशीले पदार्थ भी भेजे जा रहे हैं. ये नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं और घाटी में आतंकी समूहों को पैसा भेजा जाता है ताकि वो आतंकवाद को बढ़ावा दे. पुलिस का कहना है कि वे इससे जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं.
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