जामनगर से अयोध्या पहुंचेगा सोने-चांदी से जड़ा फाउंटेन पेन, साथ में भगवान की खास प्रतिमा
Ram Mandir Pran Pratishtha: इस कलम पर रामायण के पात्रों और भगवान श्री राम के मंदिर सहित विस्तृत नक्काशी का काम है जो बहुत आकर्षक है. सोने-चांदी से निर्मित यह एक खास कलम है
Jamnagar Special Fountain Pen: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आ रही है. रामभक्तों की अपने आराध्य श्रीराम से जुड़े संकल्प और उनकी यादों से जुड़ी कहानियां सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में गुजरात के जामनगर का लाखों रुपए का फाउंटेन पेन पहुंचेगा. जामनगर के कनखरा परिवार की ओर से 1 लाख 90 हजार रुपए का मैग्नाकार्टा ब्रांड फाउंटेन पेन अयोध्या भेजा जाएगा. अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति वाला एक स्टैंड और अयोध्या में स्थापित भगवान राम की विशाल प्रतिमा की प्रतिकृति वाला एक सोने और चांदी जड़ित फाउंटेन पेन भेजा जाएगा.
कीमत 1 लाख 90 हजार
दरअसल, जामनगर के कनखरा परिवार के मैग्नाकार्टा ब्रांड के इस फाउंटेन पेन की कीमत 1 लाख 90 हजार है. प्रधानमंत्री मोदी और कई संतों की मौजूदगी में यह फाउंटेन पेन श्री रामभद्राचार्यजी को समर्पित किया जाएगा. इस कलम पर रामायण के पात्रों और भगवान श्री राम के मंदिर सहित विस्तृत नक्काशी का काम है जो बहुत आकर्षक है. सोने-चांदी से निर्मित यह एक खास कलम है. बताया जा रहा है इसमें एक लाख 90 हजार रुपए की लागत आई है. 22 जनवरी से पहले यह भेंट अयोध्या पहुंच जाएगी.
जैसे-जैसे 22 जनवरी की तारीख आ रही..
उधर अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं. पूरा देश राममय हो रहा है. इसलिए ये बात भी खूब सुनाई दे रही है कि जिसका कोई नहीं होता उसके 'राम' होते हैं. यह मान्यता पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है. जिसके समय-समय पर प्रमाण मिलते रहते हैं. जैसे-जैसे 22 जनवरी की तारीख आ रही है, वैसे-वैसे लोगों के दिलोदिमाग में सामाजिक सौहार्द और भाईचारे के भाव उमड़ रहे हैं.
156 देशों से जल संग्रह भी
एक और बात यह भी कि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए मुगल शासक बाबर की जन्मभूमि उज्बेकिस्तान से भी जल लाया है. साथ ही पाकिस्तान, चीन, दुबई समेत अंटार्कटिका के जल से भी श्रीराम का अभिषेक किया जाएगा. दावा यह भी किया गया है कि कुल 156 देशों के जल संग्रह में सभी धर्मों के लोगों का सहयोग मिला है. सऊदी अरब से हिंदुओं ने तो ईरान से मुस्लिम महिला ने जल भेजा है.