Jayant Chaudhary and NDA Meeting: बीजेपी के दिग्गज नेता नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश की बागडोर संभालने जा रहे हैं. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया है. वे 9 जून को पीएम पद की शपथ ले सकते हैं. इससे पहले संसद के मेन हॉल में एनडीए के संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें मोदी को गठबंधन का नेता चुना गया. इस बैठक में टीडीपी, जेडीयू समेत गठबंधन में शामिल सभी पार्टियां शामिल हुईं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जयंत चौधरी को मंच पर नहीं मिला स्थान


बैठक के बाद आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी को लेकर विवाद पैदा हो गया. दरअसल गठबंधन में शामिल पार्टियों के अध्यक्षों को मंच पर स्थान दिया गया था और उनकी पार्टी के सांसदों को सामने कुर्सियों पर. महज एक- एक सीट जीतने वाले जीतनराम मांझी और अनुप्रिया पटेल भी मंच पर बैठने वालों में शामिल थे लेकिन 2 सीट जीतने वाली आरएलडी के मुखिया को सामने कुर्सी पर बिठाया गया था.


सपा ने जयंत चौधरी को उकसाया


मीडिया पर इस बैठक का वीडियो सामने आने के बाद सपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाकर जाटों के अपमान से जोड़ दिया. सपा के मीडिया सेल ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके लिखा, 'RLD पार्टी के मुखिया जयंत चौधरी को मंच पर स्थान तक नहीं दिया गया जबकि उनकी 2 सीटें हैं. वहीं 1-1 सीट वाले दलों के नेताओं को मंच पर साथ में बिठाया गया.'


चरण सिंह के प्रति झूठे सम्मान का भंडाफोड़


जयंत चौधरी को बीजेपी के खिलाफ उकसाते हुए सपा ने लिखा, 'भाजपा की जाट समाज से नफरत और स्व.चौधरी चरण सिंह जी एवं चौधरी अजीत सिंह जी के प्रति नाटकीय झूठे सम्मान का भंडाफोड़ हो गया है. जयंत चौधरी जी अगर सच में किसान हितैषी हैं तो उन्हें NDA से दूरी बनानी चाहिए और किसान हितों पर भाजपा के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए.'


मोदी सरकार में मंत्री बन सकते हैं जयंत चौधरी


आरएलडी मुखिया को भड़काते हुए सपा ने कहा, 'छोटे और नजदीकी लालच के चक्कर में अपने स्वाभिमान और किसान हितों का सौदा भाजपा से नहीं करना चाहिए.' बताते चलें कि 2 साल पहले हुआ यूपी असेंबली का चुनाव सपा और आरएलडी ने मिलकर लड़ा था. लेकिन उसके बाद जब मोदी सरकार ने चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया तो जयंत चौधरी ने सपा से नाता तोड़कर बीजेपी से गठबंधन कर लिया. इस बार उनकी पार्टी से 2 सांसद जीते हैं. उनके मोदी सरकार में मंत्री बनने की संभावना है.