Jhansi Medical College Fire: झांसी मेडिकल कॉलेज में बीती रात लगी आग में 10 मासूमों की मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज के बच्चों के ICU में आग लगी थी. हादसे के वक्त NICU में 55 बच्चे थे, जिनमें से 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया. बताया जा रहा है कि बाहर वाले वार्ड से सभी बच्चों को बचा लिया गया, लेकिन जो बच्चे अंदर वाले वार्ड में थे, उनकी झुलसने से मौत हो गई. आग लगने की घटना के बाद अस्पताल के बाहर परिजनों की भीड़ जमा है और जान गंवाने वाले बच्चों के परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. हादसे में अपने 7 महीने के बच्चे की जान गंवाने वाली एक मां ने अपना दर्द बयां किया है और बताया है कि आग लगने के बाद वो भी अपने बच्चे को बचाने के लिए दौड़े थे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.


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कलेजा चीर कर रख देगा इस मां का दर्द


अपने 7 महीने के मासूम को गंवाने वाली संजना ने बताया कि जब उन्हें बताया गया कि उनके बच्चे की मौत हो गई है तो उनके पति ने जाकर बच्चे को देखा है, लेकिन वो अपने जिगर के टुकड़े को देखने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रही हैं. उन्होंने बताया, 'हमारा नवजात एक महीने से यहां भर्ती था. कल ऑपरेशन हुआ और उसके बाद बच्चे को यहां (NCIU) में भर्ती कराया . कल रात करीब 10 बजे आग लगी, हम बच्चे को निकालने के लिए दौड़े, लेकिन हमें रोक दिया गया. बाद में हम काफी देर तक बच्चे को ढूंढ़ने के बावजूद नहीं ढूंढ पाए. बाद में हमें बताया गया कि आग में हमारे बच्चे की जान चली गई.  मेरे पति ने जाकर बच्चे को देखा.'



7 महीने के मासूम को गंवाने वाली मां का दर्द


संजना ने बताया, 'हमारा बच्चा 7 महीने का था और समय से पहले उसका जन्म (Premature Birth) हुआ था, इसलिए उसे भर्ती कराया था. उसे सांस लेने में दिक्कत थी. अब बच्चा जल गया और खत्म हो गया.' उन्होंने कहा, 'सारी लापरवाही डॉक्टर की है, वो सो जाते हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'बच्चे के सिर में पानी था और उसी का ऑपरेशन हुआ था. हमने बच्चा दिखाने के लिए कहा था तो उन्होंने मना कर दिया और बोला गया कि तुमलोग गड़बड़ कर देते हो. वो खुद ही गड़बड़ करते हैं और हमको बोलते हैं कि हम गड़बड़ करते हैं.'



झुलसकर 10 बच्चों की मौत, 37 खिड़की तोड़कर निकाले गए


झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शिशु वार्ड (एसएनसीयू) में शुक्रवार रात करीब 10 बजे भीषण आग लग गई. हादसे में 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई. उनके शव निकाले जा चुके हैं. आग लगने की घटना के बाद खिड़की तोड़कर 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जिनका इलाज चल रहा है. झांसी अग्निकांड पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी एक्शन में आ गए हैं, मौके पर भेजे गए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे. सीएम योगी ने कमिश्नर और DIG से 12 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है.