Jitan Ram Manjhi Controversial Statement: बिहार (Bihar) के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने शराब को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि जब गरीब थकान मिटाने के लिए दवा के तौर पर थोड़ा शराब पीते हैं, उन्हें जेल में डाल दिया जाता है. लेकिन जब बड़े लोग और अफसर रात 10 बजे के बाद शराब पीते हैं तो उन्हें कोई नहीं पकड़ता. जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी की वजह से लोग चोरी-छिपे महुआ की शराब बना रहे हैं, जिसके पीने से गरीब लोग मर रहे हैं. शराबबंदी के नाम पर ताड़ी बेचने वाले और पीने वाले को जेल में डाला जा रहा है.


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शराब पर मांझी का विवादित बयान


बता दें कि बिहार के नवादा में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने गरीब जनसभा का आयोजन किया था, जहां जीतन राम मांझी ने कहा कि बड़े लोग और अधिकारी जब रात 10 बजे के बाद ड्रिंक करते हैं तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. लेकिन अगर कोई गरीब अपनी थकान मिटाने के लिए थोड़ी शराब पी लेता है तो उसको जेल भेज दिया जाता है. बड़े लोगों को कोई नहीं पकड़ता है.


नीतीश पर मांझी ने साधा निशाना


गौरतलब है कि जनसभा में जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर रबर स्टांप की तरह काम करवाना चाहते थे लेकिन गरीबों के लिए उनकी बनाई योजनाओं को रद्द कर दिया.


लोकसभा चुनाव पर कही ये बात


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि जो लोग हमारी पार्टी को विलय करने की बात कर रहे थे, वे समझ जाएं कि हम में कितना दम है. उन्होंने कहा कि गरीब अब जाग चुके हैं. अब हम लोग बैठने वाले नहीं हैं. हर गरीब चाहता है कि मेरा सांसद और विधायक हो. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की जनता ने नकार दिया है. आने वाले 2024 और 2025 के चुनाव में जनता इसका जबाब भी देने का काम करेगी.