अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार (Kalyan Singh Last Rites) आज (23 अगस्त) बुलंदशहर जिले के राजघाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. उनका पार्थिव शरीर अलीगढ़ के अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से अतरौली के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंच चुका है, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, प्रहलाद पटेल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई बड़ी हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी.


89 की उम्र में कल्याण सिंह का निधन


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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का शनिवार (21 अगस्त) की रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में निधन हो गया था. वह 89 वर्ष के थे और पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) समेत देश के कई प्रमुख नेताओं ने रविवार को लखनऊ पहुंचकर कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी.


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कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था


कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को पिछली चार जुलाई को संक्रमण और स्वास्थ्य संबंधी कुछ अन्य समस्याएं होने पर एसजीपीजीआई के गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में भर्ती कराया गया था. उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और शनिवार रात उनका निधन हो गया.


राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में थे शुमार


कल्याण सिंह (Kalyan Singh) राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार थे और छह दिसंबर 1992 को अयोध्या स्थित विवादित ढांचा गिराए जाने के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. इस घटना के बाद कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. पिछले साल सितंबर में भाजपा के दिग्गजों लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ वह विध्वंस के मामले में बरी किए गए, जिसमें उनके समेत 32 अन्‍य लोगों पर ढांचा ध्‍वंस का आरोप था. उन्‍होंने 1990 के दशक में उत्तर प्रदेश में भाजपा को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.


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