चेन्नई: फिल्म अभिनेता कमल हासन ने गुरुवार को पत्रकार-सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि बंदूक की गोली से किसी को चुप कर देना बहस का कोई हल नहीं है. कमल ने ट्विटर पर लिखा, "बंदूक से मुंह बंद कर बहस में जीतना सबसे बुरी जीत है. गौरी के निधन से दुखी सभी लोगों के साथ मेरी संवेदना."  उन्होंने पिछले सप्ताह ट्विटर के माध्यम से एक राजनीतिक दल बनाने का संकेत दिया था लेकिन यह भी स्पष्ट किया था कि वह दक्षिणपंथी 'भगवा' के साथ सहयोग नहीं करेंगे.


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मंगलवार की रात गौरी लंकेश के बेंगलुरु स्थित घर पर अज्ञात हमलावरों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई. शबाना आजमी, जावेद अख्तर और शेखर कपूर जैसी बॉलीवुड की हस्तियों ने जोरदार तरीके से इस हमले की निंदा की है. इस हत्या की देश में व्यापक रूप से आलोचना की जा रही है. हालांकि, ट्विटर पर दक्षिणपंथी राजनीति के कुछ समर्थकों ने कन्नड़ पत्रकार की हत्या का एक तरह से समर्थन करते हुए इसे सही करार दिया. उनका कहना है कि वह इसी लायक थीं.


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गौरी धर्मनिरपेक्षता व प्रगतिशील मूल्यों में विश्वास रखती थीं और दक्षिणपंथी विचार व राजनीति की आलोचक थीं. वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश को बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.


SIT करेगी जांच
इस हत्या की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का फैसला किया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राज्य के गृह मंत्री रामालिंगा रेड्डी के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा कि एसआईटी का नेतृत्व महानिरीक्षक (आईजी) स्तर के अधिकारी करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य जल्द से जल्द अपराधियों का पता लगाने को लेकर दृढ़ है और पुलिस महानिदेशक को एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए. सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की सीबीआई जांच को लेकर भी संभावनाएं खुली हैं. उन्होंने कहा, '''लेकिन एसआईटी को जांच करने दें. अगर (गौरी के) परिवार के सदस्य ऐसा चाहते हैं तो मेरा विकल्प खुला है.''