Kanpur Violence: कानपुर हिंसा में इन 40 ने बरसाए थे पत्थर, कहीं देखा है तो पुलिस को इस नंबर पर करें फोन
Kanpur Violence: कानपुर हिंसा मामले में पहचान के लिए 40 संदिग्धों के पोस्टर पुलिस ने जारी कर दिए हैं. 3 जून को हुई हिंसा के संदिग्धों की तस्वीरें सीसीटीवी के आधार पर जारी की गई हैं. लोगों से अपील की गई है कि अगर वे इन लोगों को जानते हैं तो 9454403715 पर जानकारी दें. सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा.
Kanpur Violence: कानपुर हिंसा मामले में पहचान के लिए 40 संदिग्धों के पोस्टर पुलिस ने जारी कर दिए हैं. 3 जून को हुई हिंसा के संदिग्धों की तस्वीरें सीसीटीवी के आधार पर जारी की गई हैं. लोगों से अपील की गई है कि अगर वे इन लोगों को जानते हैं तो 9454403715 पर जानकारी दें. सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा.
हिंसा के बाद से ही पुलिस वायरल वीडियो जुटाकर इन पत्थरबाजों की पहचान में लगी हुई है. अब तक 40 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है, जिनके पोस्टर भी छपवाए गए हैं. इनकी शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया भी खंगाला जा रहा है. साथ ही दूसरे माध्यमों से भी उनकी पहचान कराई जा रही है.
अब तक 38 गिरफ्तार
हिंसा में शामिल होने के आरोप में सोमवार को 9 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या बढ़कर 38 हो गई है. पुलिस ने बताया कि हिंसा में कथित तौर पर शामिल प्रमुख आरोपियों के होर्डिंग बनाए गए हैं और इन्हें प्रभावित इलाकों और आसपास के इलाकों में प्रमुख स्थानों पर लगाया जाएगा.
अपर पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, 'हमने सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप के माध्यम से लगभग 100 और दंगाइयों एवं पथराव करने वालों की पहचान की है.' उन्होंने कहा कि तलाश अभियान जारी है और दंगाइयों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
तीन एसआईटी का किया गया गठन
डीसीपी (दक्षिण) संजीव त्यागी की अगुवाई वाली एसआईटी की सहायता के लिए तीन और एसआईटी का गठन किया गया है. पहले विशेष दल में चार सदस्य शामिल हैं, जिसका नेतृत्व अपर डीसीपी (पूर्वी) राहुल मीठा करेंगे. इसे सीसीटीवी फुटेज की निगरानी करने और सभी आरोपियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज को एसआईटी को सौंपने के लिए गठित किया गया है.
सहायक उपायुक्त स्वरूप नगर बृजनारायण सिंह के नेतृत्व वाले एक अन्य पांच सदस्यीय विशेष दल को एक पेट्रोल पंप से खुली बोतल और कंटेनर में पेट्रोल दिए जाने के मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है. सहायक उपायुक्त (छावनी) की अगुवाई वाला तीसरा दल सोशल मीडिया पर की जाने वाली भड़काऊ, झूठी और घृणास्पद पोस्ट पर नजर रखेगा.
लाइव टीवी