PM Modi Dras Visit: 25वें कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्रास से सीमा पार बैठे दुश्मनों को ललकारा. पीएम मोदी ने उन्हें सुधर जाने की चेतावनी दी. मोदी ने कहा, 'आतंकवाद को हमारे जांबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे. दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लद्दाख हो या फिर जम्मू-कश्मीर, विकास के सामने आ रही हर चुनौती को भारत परास्त करके ही रहेगा.' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और केंद्र-शासित प्रदेश लद्दाख के बीच हर मौसम में संपर्क सुविधा प्रदान करने वाली सुरंग के निर्माण के लिए ‘पहला विस्फोट’ किया. मोदी ने शिंकुन ला सुरंग के निर्माण की शुरुआत करते हुए लद्दाख के द्रास से कुछ दूरी से ‘पहला विस्फोट’ किया. 


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पाकिस्तान को दो टूक


पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है. वो आतंकवाद और छद्म युद्ध का इस्तेमाल करता है. भारत के दुश्मन दुनिया के चाहे कहीं हो उनका खात्मा तय है. पीएम मोदी ने फौजियों को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं जिस जगह बोल रहा हूं, वहां से आतंक के आका मेरी बात साफ-साफ सुन रहे हैं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. जम्मू,कश्मीर और लद्दाख को विकास की राह पर आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. भारत के दुश्मनों ने इतिहास से सबक नहीं लिया तो इस बार उन्हें कड़ा जवाब मिलेगा.'


हम उनके बलिदान के ऋणी


कारगिल विजय दिवस हमें दिखाता है कि देश के लिए दिए गए बलिदान को हमेशा याद रखा जाता है. उन सैनिकों को हमेशा याद रखा जाएगा और हम उनके बलिदान के ऋणी हैं. कारगिल युद्ध के दौरान मैं युद्ध के सैनिकों के बीच था और यहां फिर से आकर मुझे वह दौर याद आ गया है. यह सबसे कठिन इलाका था और मैं कारगिल युद्ध के शहीदों के लिए अपना सिर झुकाता हूं.


5 अगस्त को 5 सुनहरे साल पूरे होंगे


मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, 'चाहे लद्दाख हो या जम्मू-कश्मीर, हम विकास जारी रखेंगे. 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के 5 साल हो जाएंगे, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख विकास की राह पर हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यटन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है. दशकों बाद कश्मीर में सिनेमा हॉल खुला है. दशकों बाद शिया समुदाय ने श्रीनगर में ताजिया निकाला.


सुरंग की अहमियत


शिंकुन ला सुरंग के निर्माण की शुरुआत को लेकर पीएम मोदी ने इसे रणनीतिक फैसला बताया. शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी दोहरी-ट्यूब सुरंग शामिल है, जिसका निर्माण लेह को सभी मौसम में संपर्क प्रदान करने के लिए निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फुट की ऊंचाई पर किया जाएगा. निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज एवं कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी, बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी.


इस नई सुरंग के बनने से लद्दाख पूरे साल देश के बाकी हिस्सों से जुड़ा रहेगा. आपको बताते चलें कि लद्दाख के लोगों को मौसम की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, इस सुरंग के बनने से उनका जीवन आसान हो जाएगा.


यह पहली बार है कि विकास कार्यों के लिए समग्र योजना बनाई जा रही है. लद्दाख के करीब 90 फीसदी घरों में पानी की आपूर्ति के लिए पाइप लगे हैं. लद्दाख में 4जी नेटवर्क भी आ रहा है. जोजिला सुरंग भी बनकर तैयार हो रही है. इस सुरंग की वजह से लद्दाख से हर मौसम में संपर्क स्थापित हो सकेगा. हमने देश में विकास कार्यों की नई मिसाल कायम की है.


कारगिल में हारा आतंकवाद


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था. हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था. बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया. लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई.' द्रास में पीएम मोदी ने कहा, 'कारगिल युद्ध के समय मैं सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था. आज मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं तो स्वाभाविक है वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं. मुझे याद है किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था. मैं देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं.'


अग्निपथ का जिक्र


मुझे खुशी है कि हमारी सेना ने 5000 ऐसी वस्तुओं की सूची दी है जो बाहर से नहीं खरीदी जाएंगी, बल्कि खुद बनाई जाएंगी. अग्निपथ का मकसद सेना को युवा बनाना है. कुछ लोग अपने निजी फायदे के लिए इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं. ये वही लोग हैं जिन्होंने सेना में खरीद को लेकर घोटाले किए हैं. ये वही लोग हैं जो सेना के लिए लड़ाकू विमान नहीं चाहते थे.


'हमारे लिए देश सर्वप्रथम'


मेरे लिए देश, राजनीति से ज़्यादा महत्वपूर्ण है. मैं गर्व से कह सकता हूं कि हमने सेना के फ़ैसले का सम्मान किया है. हम राजनीति नहीं, देश के लिए काम करते हैं. और हमारे लिए देश की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है. मोदी देश के पहले प्रधान मंत्री हैं जो विजय दिवस पर कारगिल के वार मेमोरियल पर पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की. मोदी ने एक सच्चे देशभक्त के तौर पर जवानों का मनोबल बढ़ाया वहीं शक्तिशाली और सशक्त भारत के प्रधानमंत्री की हैसियत से दुश्मनों को कारगिल की युद्ध भूमि से कड़ा संदेश दिया. वहीं जवानों को ये बताया कि पूरा देश आपके साथ है.