Karnataka Election 2023: कर्नाटक में कांग्रेस प्रचंड जीत में बीजेपी की चुनाव जीतने की सारी कोशिशों पर पानी फेर दिया. ये पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत है. कर्नाटक में बीजेपी की हार दक्षिण भारत में उसकी योजनाओं के लिए बड़ा झटका है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कर्नाटक में बहुमत का जादुई आंकड़ा 113 लेकिन कांग्रेस से काफी पीछे छोड़ चुकी है. खबर लिखे जाने तक चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक 137 सीटों पर आगे चल रही हैं जिनमें 39 वह जीत चुकी हैं. जबकि दूसरी तरफ सत्तारूढ़ पार्टी बहुत पीछे रह गई है. बीजेपी सिर्फ 62 सीटों पर आगे चल रही है जिनमें से 18 में उसे जीत मिली है. चुनाव परिणाम के बाद किंग मेकर बनने की जेडीएस की इच्छा भी पूरी नहीं हो पाई. जेडीएस सिर्फ 21 सीटों पर आगे चल रही है.


दक्षिण भारत के राज्यों - कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल और तेलंगाना- में से बीजेपी की सिर्फ कर्नाटक में ही सरकार थी. अब इस हार के बाद बीजेपी दक्षिण भारत से पूरी तरह बाहर हो जाएगी. लेकिन इसके बावजूद एक राज्य ऐसा हैं जहां से बीजेपी फिर से दक्षिण भारत में प्रवेश करने का सपना देख सकती है. दरअसल तेलंगाना इस साल दिसंबर में चुनाव होने हैं. कर्नाटक में मिली करारी हार के बाद अब बीजेपी को पूरी तरह से तेलंगाना अपना फोकस करना होगा.


बीजेपी को तेलंगाना से उम्मीद
तेलंगाना में बीजेपी के लिए कुछ उम्मीदें दिख भी रही हैं. हालांकि यहां भी पार्टी के सामने चुनौतियां कम नहीं है. राज्य में उसकी सीधी टक्कर केसीआर के नेतृत्व वाली बीआरएस से है. लेकिन बीजेपी जोर-शोर से चुनावी  मुद्दे उठा रही है. विधानसभा उपचुनावों में बीजेपी को जीत मिली है जबकि इससे पहले 2020 में हैदराबाद निकाय चुनावों में भी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था.


केसीआर राज्य में मबूत पकड़
दूसरी तरफ के चंद्रशेखर राव की पकड़ तेलंगाना की स्थानीय राजनीति पर कायम है और जोर जोशर से अपनी तीसरी पारी के लिए कोशिशों में जुटे हैं. अब देखना यह है कि बीजेपी धार्मिक राष्ट्रवाद की रणनीति केसीआर के क्षेत्रवाद को हरा पाती है या नहीं.