Karnataka Government School Teacher: कर्नाटक के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुफ्त की नीतियों की आलोचना करने व उसे सोशल मीडिया पोस्ट करने पर निलंबित कर दिया गया है. चित्रदुर्ग जिले के कानुबनहल्ली के सरकारी स्कूल के शिक्षक शांतमूर्ति एमजी को 20 मई को निलंबित कर दिया गया, उसी दिन जब सिद्धारमैया ने नए मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला था.
शांतामूर्ति ने फेसबुक पर लिखा था कि कर्नाटक के पिछले मुख्यमंत्रियों में सिद्धारमैया ने सबसे ज्यादा कर्ज लिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शिक्षक ने कहा, पूर्व मुख्यमंत्रियों एसएम कृष्णा के कार्यकाल के दौरान कर्ज 3,590 करोड़ रुपये, धर्म सिंह 15,635 करोड़ रुपये, एचडी कुमारस्वामी 3,545 करोड़ रुपये, बीएस येदियुरप्पा 25,653 करोड़ रुपये, डी.वी. सदानंद गौड़ा 9,464 करोड़ रुपये, जगदीश शेट्टर 13,464 करोड़ रुपये और सिद्दारमैया ने 42 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया.


शिक्षक ने यह भी लिखा कि कृष्णा के कार्यकाल से शेट्टर तक राज्य द्वारा लिया गया ऋण 71,331 करोड़ रुपये था, लेकिन सिद्धारमैया के पूर्व कार्यकाल (2013-2018) के दौरान यह 2,42,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. शिक्षक ने टिप्पणी की,इसलिए उनके लिए मुफ्त के उपहारों की घोषणा करना आसान है.


राज्य के शिक्षा विभाग ने शिक्षक के पद को गंभीरता से लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है. एक जिला अधिकारी ने कहा कि चूंकि शिक्षक ने कर्नाटक सिविल सेवा (आचरण) नियम 1966 का उल्लंघन किया था, इसलिए उसे निलंबित कर दिया गया था. उच्चाधिकारियों ने विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं.


पदभार ग्रहण करने के बाद, सिद्दारमैया ने घोषणा की थी कि पहली कैबिनेट बैठक में कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में सुनिश्चित की गई पांच गारंटी योजनाओं को लागू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी गई है. उन्होंने कहा था, विवरण तैयार किया जा रहा है. योजनाओं के लिए चाहे कितने भी धन की आवश्यकता हो, हम उन्हें अपने वादे के अनुसार लागू करेंगे.


जरूर पढ़ें...


Vrindavan के इस मंदिर की लोगों से अपील- ढंग के कपड़े पहनकर ही आएं
कांग्रेस ने बड़े-बड़े वादों से जीता जनता का दिल, अब CM सिद्धारमैया के सामने ये बड़ी चुनौतियां