बेंगलुरु: कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) का दूसरा फेज शुरू हो गया है. दूसरे फेज के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) समेत कई मंत्रियों ने अस्पताल पहुंचकर टीका लगवाया. इस बीच उनकी ही पार्टी के एक मंत्री ने टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को घर बुला लिया. घर पर टीका लगवाने का ये मामला विवादों में आ गया है. 


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दरअसल, कर्नाटक सरकार में मंत्री बीसी पाटिल (BC Patil) ने अपने घर पर टीका लगवाया. स्वास्थ्यकर्मी उनके हीरेकुरुर स्थित घर पहुंचे और टीका लगाया. मंत्री का घर बेंगलुरु से 336 किलोमीटर दूर स्थित है. मंत्री बीसी पाटिल के घर जाकर टीका लगाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और लोग सवाल उठा रहे हैं. 


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इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि प्रोटोकॉल में इसकी अनुमति नहीं है. हमें इस बारे में जानकारी मिली है. हमने मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. 



मंत्री बोले- इसमें गलत क्या है? 


मामले को तूल पकड़ता देख मंत्री बीसी पाटिल ने सफाई दी है. उन्होंने कहा, 'अस्पताल में मेरी उपस्थिति से टीकाकरण प्रक्रिया बाधित हो सकती थी क्योंकि लोग अपनी शिकायतें लेकर मेरे पास आ जाते. ऐसे में मैंने घर पर रहकर वैक्सीन लगवाना और लोगों की शिकायतें सुनना ज्यादा सही समझा. इसमें गलत क्या है? मुझे ये बात समझ नहीं आ रही कि अचानक ये चर्चा का विषय क्यों बन गया है. मैं एक उदाहरण स्थापित कर रहा हूं. लोग आगे आएंगे और टीकाकरण करवाएंगे.'


स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कहा कि देश में केवल 1 लाख 68 हजार कोरोना के एक्टिव मामले हैं. इनमें से कुछ लोग होम आइसोलेशन में है और कुछ हॉस्पिटल में. नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए शादियों को जिम्मेदार बताया. उनका कहना है कि शादियों में लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करते जिसके कारण केसेस में बढ़ोतरी हो रही है.