Karnataka Poster Controversy: बीजेपी नेता और कर्नाटक शिवमोगा से विधायक ईश्वरप्पा का विवादित बयान सामने आया है. बीजेपी ने ये बयान सावरकर-टीपू पोस्टर विवाद को लेकर दिया है. बता दें कि शिवमोगा में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर सावरकर और टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) के पोस्टर विवाद को लेकर हिंसक झड़प हो गई. 


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'देश किसी धर्म की जागीर नहीं'


पोस्टर विवाद पर शिवमोगा से BJP विधायक ईश्वरप्पा ने कहा, 'जहां चाहेंगे वहां पोस्टर लगाएंगे. ये मुसलमानों के बाप की जगह नहीं है. देश किसी धर्म की जागीर नहीं है. अगर शांति से रहना है तो रहे, देश विरोधी पाकिस्तान चले जाएं.' बीजेपी विधायक ने कहा कि यहां स्थिति नियंत्रण में है. शिवमोगा में जो हुआ उसके लिए कांग्रेस पार्षद जिम्मेदार है. कांग्रेस राष्ट्रद्रोही का समर्थन कर रही है और यह मैं सीधे तौर पर कह सकता हूं. 100 प्रतिशत ये साजिश थी. हालांकि 24 घंटे के अंदर अपराधी को गिरफ्तार किया गया.



पोस्टर विवाद बढ़ा


कर्नाटक के शिवमोगा से शुरू हुआ पोस्टर विवाद पूरे राज्य में बढ़ता नजर आ रहा है. अब उडुपी में ब्रह्मगिरी सर्कल पर लगे एक फ्लेक्स पोस्टर से विवाद और बढ़ गया है. इस पोस्टर में वीर सावरकर और सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर लगी हुई है. पोस्टर में 'जय हिंद राष्ट्र' भी लिखा हुआ है. कांग्रेस इस पोस्टर के विरोध में उतर आई है. कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर पोस्टर को नहीं हटाया गया तो वो बड़ा विरोध प्रदर्शन करेगी. 


कांग्रेस ने दी चेतावनी


आपको बता दें कि सुभाष चंद्र बोस के साथ सावरकर की तस्वीर वाला ये पोस्टर उडुपी के इस चौराहे पर 15 अगस्त के दिन से ही लगा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक सिटी म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने 15 से 18 अगस्त तक पोस्टर को लगाने की इजाजत दी हुई है. लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि बिना इजाजत पोस्टर लगाया गया है. शिवमोगा में पहले से ही सावरकर के पोस्टर लगाने के बाद तनाव है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई कह रहे हैं कि वो मसले का हल निकाल लेंगे. उडुपी में तो फिलहाल शांति है., लेकिन जिस तरह से शिवमोगा और अन्य इलाकों में तनाव फैला, समय रहते पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया.


शिवमोगा में 144 लागू


गौरतलब है कि शिवमोगा में वीर सावरकर के स्थान पर टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाने की कोशिश की गई. इसके बाद दो गुटों में तनाव बढ़ गया था. कुछ लड़को ने सावरकर के फकेक्स को निकाल कर जमीन पर फेंक दिया, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया. मौके पर मौजूद पुलिस ने भीड़ को तीतर बितर करने के लिये लाठी चार्ज किया लोग भागे. शिवमोगा में शांति बनाए रखने के लिए पूरे शहर में धारा 144 लागू है. लेकिन सवाल ये है कि सावरकर के पोस्टर को लेकर जानबूझकर विवाद बढ़ाने की कोशिश हो रही है या किसी साजिश का हिस्सा है.



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