Jammu and Kashmir: कश्मीर में मिली हजारों साल पुरानी देवी दुर्गा की मूर्ति, विशेषज्ञ भी हुए हैरान
बडगाम पुलिस को जब पता चला कि बडगाम के खान साहब इलाके में एक शख्स एक मूर्ति बेच रहा है और दावा कर रहा है कि यह बहुत पुरानी है, तो मूर्ति चोरी की आशंका को देखते हुए बडगाम पुलिस ने करवाई करके छापा मारा. इस छापे के दौरान ये प्राचीन मूर्ति मिली.
श्रीनगर: दुनियाभर से खुदाई के दौरान हजारों सालों पुरानी मूर्तियां, सिक्के जैसी चीजें निकलने की खबरें अक्सर आती रहती हैं. ऐसी ही एक खबर कश्मीर (Jammu and Kashmir) से सामने आई है, जहां पुलिस ने मध्य कश्मीर के बडगाम (Budgam) जिले से 1200 साल पुरानी एक मूर्ति बरामद की है. बीते मंगलवार को कश्मीर पुलिस ने ये बताया कि करीब 1200 साल पुरानी ये मूर्ति देवी दुर्गा की है.
जानकारी के मुताबिक बडगाम के खान साहब इलाके से प्राचीन मूर्ति मिलने की खबर पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर उसको बरामद किया गया. पुलिस ने बताया कि मूर्ति की जांच पड़ताल करने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार के पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया.
देवी दुर्गा की है मूर्ति
जब मूर्ति की जांच हुई तब पता चला कि जो मूर्ति खान साहब इलाके से मिली वो करीब 7वीं से 8वीं ईस्वी यानि लगभग 1200 साल पुरानी है. इस मूर्ति का साइज 12×8 इंच है, जो काले पत्थर की बनी हुई है. मूर्ति देवी दुर्गा की है जो कि सिंहासन पर विराजमान हैं, इसमें 4 परिचारक भी हैं.
ये भी पढ़ें: क्या खुद को 'PM Material' मानते हैं सीएम Nitish Kumar? मिला ये जवाब
झेलम नदी से मिली
पुलिस ने बताया कि पूरी जांच-पड़ताल के बाद मूर्ति को लोगों और अधिकारियों की मौजूदगी में कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करके उसे बडगाम के एसएसपी ताहिर सलीम खान ने पुरातत्व विभाग के डिप्टी डायरेक्टर मुश्ताक अहमद बेग को सौंप दिया गया. ये मूर्ति पहली बार 13 अगस्त को श्रीनगर के पांडथ्रेथन इलाके में झेलम नदी से मिली थी, जब वहां कुछ मजदूर बालू निकाल रहे थे.
ये भी पढ़ें: दिल्ली: आज से खुलेंगे स्कूल, कुछ प्राइवेट स्कूलों को अब भी पेरेंट्स की सहमति का इंतजार
कश्मीर से पुरानी मूर्ति निकलना कोई नई बात नहीं है. पुरातत्व विभाग के डिप्टी डायरेक्टर मुश्ताक अहमद बेग के अनुसार वहां से इस तरह की पुरानी मूर्ति मिलना कोई नयी बात नहीं. लेकिन ये मूर्ति काफी अच्छी हालत में है. पुरातत्व विभाग ये भी पता करने की कोशिश कर रहा है कि यह किस जगह पर स्थापित थी.