कोलकाता: पहले कोरोना, फिर चक्रवात अम्फान और अब पुलिस सिपाही, बंगाल की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. चक्रवात अम्फान आने के ठीक कुछ घंटों पहले, AJC रोड में स्थित कोलकाता के PTS पुलिस ट्रैंनिंग स्कूल के लगभग 100 से भी अधिक पुलिस के जवानों ने डिप्टी कमिश्नर रैंक के एक अफसर पर हमला कर दिया और उन्हें मारने के लिए दौड़ाया. 


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ये सभी सिपाही, बैरक की सफाई, खाना और मास्क ना उपलब्ध होने के कारण नाराज थे. कुछ घंटों पहले ही बैरक में रहने वाले एक सब इंस्पेक्टर के कोरोना से संक्रमित होने के बाद ही जवानों ने मंगलवार देर रात डिप्टी कमिश्नर रैंक के एक अफसर एनएस पॉल को मारने की कोशिश की. बाद में अन्य पुलिसकर्मियों ने अधिकारी को बचाया और उसे अस्पताल ले गए.


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पूरे मामले के बाद सीएम ममता बनर्जी इन सभी सिपाहियों से मिलने पहुंचीं. इन सभी सिपाहियों ने अपनी परेशानियों को सीएम के सामने रखा. सिपाहियों ने बैरक की सफाई, सैनिटाइजर, मास्क, कैंटीन में अनुचित मूल्य में खाना, राशन ना मिलना और डिप्टी कमिश्नर को हटाने की मांग को मुख्यमंत्री के सामने रखा. 


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सीएम ने ये आश्वासन दिया कि चक्रवात अम्फान के जाने के बाद सिपाहियों की समस्या का समाधान निकाला जाएगा. राज्य में पहली बार इतनी बड़ी तादात में पुलिस सिपाहियों ने विरोध जताया है. 


वहीं इस घटना को राज्य बीजेपी ने दुर्भाग्य बताया और कहा कि जो मुख्यमंत्री अपने राज्य के डॉक्टर और पुलिसकर्मियों की देखभाल नहीं कर सकतीं, वे राज्य की समस्या को क्या दूर करेंगी.