कोलकाता: एनआरसी (NRC) के खिलाफ जाधवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया. वहां पहुंचे गवर्नर जगदीप धनखड़ के काफिले को रोका गया और प्रदर्शनकारियों ने उनको काले झंडे दिखाए. दरअसल जादवपुर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समरोह में हिस्सा लेने पहुंचे बंगाल के राज्यपाल जनदीप धनखड़ का रास्ता रोकते हुए यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों और कर्मचारियों ने काला झंडा दिखाया और 'वापस जाओ' के नारे लगाए. पोस्टर लिए प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि एक राज्यपाल के तौर पर निष्पक्षता दिखाने के मामले में वह असफल हुए हैं, साथ ही राज्यपाल के सीएए को समर्थन करने पर भी वे नाराज थे.


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भारी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद धनखड़ के कार के परिसर में पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार को घेर लिया और नागरिकता संशोधन कानून को रद्द करने की मांग की और कहा कि देश को किसी भी भारतीय नागरिक रजिस्टर की जरूरत नहीं है.


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उल्‍लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रमुख राजनीतिक दल तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और वाम दलों ने कोलकाता व अन्य जिलों में सभाएं की हैं और जुलूस निकाले. पिछले दिनों विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्र अलग-अलग बैनर पकड़े और तिरंगा लेकर मध्य कोलकाता के रामलीला मैदान में इकट्ठे हुए. कई लोगों की कमीज पर लिखा था, 'नो कैब', 'नो एनआरसी'.


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने पिछले हफ्ते कोलकाता और हावड़ा में बड़े पैमाने पर मार्च का नेतृत्व किया.


सीएए और एनआरसी के खिलाफ पिछले शुक्रवार से पश्चिम बंगाल में हिंसक प्रदर्शन जारी हैं, जिसने प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, वहीं प्रदर्शन के दौरान कुछ प्रमुख राजमार्गों को भी अवरुद्ध कर दिया गया, जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


(इनपुट: एजेंसी आईएएनएस के साथ)