मां-पत्नी से मुलाकात के वक्त शिपिंग कंटेनर में रखे गए थे कुलभूषण जाधव: सूत्र
पाकिस्तान की जेल में कथित रूप से जासूसी के मामले में बंद भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव ने सोमवार को विदेश मंत्रालय में अपनी पत्नी और मां से मुलाकात की, लेकिन उनके बीच कांच की एक दीवार थी.
नई दिल्ली: पाकिस्तान की जेल में कथित रूप से जासूसी के मामले में बंद भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव ने सोमवार को विदेश मंत्रालय में अपनी पत्नी और मां से मुलाकात की, लेकिन उनके बीच कांच की एक दीवार थी. पिछले साल मार्च में गिरफ्तारी के बाद से जाधव की उनसे यह पहली मुलाकात है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से इस मुलाकात का जारी किए गए वीडियो में खुलासा हुआ है कि कुलभूषण जाधव के साथ वहां अत्याचार हुआ है. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि शिपिंग कंटेनर में कुलभूषण जाधव की मुलाकात उसके परिवार वालों से कराया गया. ये भी कहा जा रहा है कि शिपिंग कंटेनर में पर्दे और कैमरे भी लगाए गए थे. इस मुलाकात के वक्त यह शिपिंग कंटेनर किसी ऊंची बिल्डिंग के बेसमेंट में रखा गया था. विशेषज्ञों का कहना है कि शिपिंग कंटेनर में कैदियों को तभी रखा जाता है जब उन्हें प्रताड़ित करना होता है. शिपिंग कंटेनर लोहे की मोटी परत से तैयार किया जाता है. यह बिल्कुल साउंड प्रुफ होता है.
कुलभूषण जाधव के परिवार का पाकिस्तान ने किया मानसिक उत्पीड़न
पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को उनकी मां और पत्नी से मुलाकात की इजाजत दी थी. इस मुलाकात के तरीके पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मानवीय आधार पर एक मां को अपने बेटे से और एक पत्नी को अपने पति से सीधे तौर पर नहीं मिलने दिया गया. वे आमने-सामने जरूर बैठे थे, लेकिन उनके बीच में शीशे की दीवार थी. तीनों आपस में बात कर सकें. इसके लिए Intercom का इंतजाम किया गया था. कुलभूषण जाधव की तस्वीरें देखकर कहा जा रहा है कि उन्हें पाकिस्तान में किस तरह प्रताड़ित किया गया है.
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वीडियो में कुलभूषण जाधव पहले के मुकाबले काफी कमजोर दिख रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि उन्हें उनकी मां और पत्नी के सामने लाने से पहले उनका मेकअप किया गया हो. कुलभूषण के सिर पर सफेद रंग की आकृति दिख रही है. आम तौर पर ऐसे निशान खून के जमाव की वजह से बनते हैं. ऐसे में हो सकता है, कि किसी रक्त का थक्का को छिपाने के लिए उनके सिर पर कुछ लगाया गया हो.
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जिस वक्त ये मुलाकात चल रही थी, उस समय बंद कमरे में वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही थी. इस दौरान पाकिस्तान को इस बात का डर था कि कहीं कुलभूषण जाधव अपनी मां और पत्नी के सामने पाकिस्तान के झूठ का खुलासा ना कर दें.
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ये भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की सरकार ने जानबूझकर पाकिस्तानी मीडिया के सामने कुलभूषण जाधव के परिवार के सामने छोड़ दिया. पाकिस्तानी पत्रकारों ने कुलभूषण जाधव की मां से बेहद आपत्तिजनक सवाल पूछे गए.
इंटरनेशनल कोर्ट ने जाधव की फांसी पर लगाई है रोक
हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत ने मई में पाकिस्तान से जाधव को सुनाई गयी मौत की सजा पर रोक के लिए कहा था. विदेश कार्यालय ने जाधव का एक नया वीडियो संदेश भी जारी किया जिसमें उसे अपनी पत्नी और मां से मुलाकात कराने के लिए पाकिस्तान सरकार का शुक्रिया अदा करते देखा जा सकता है. पाकिस्तान ने इस मुलाकात को देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के जन्मदिन के मौके पर मानवीय कदम के तौर पर प्रदर्शित किया.
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया, ‘‘पाकिस्तान कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना के जन्मदिन पर कमांडर जाधव की पत्नी और मां की उनसे मुलाकात की मानवीय कदम के तौर पर अनुमति देता है.’’ ट्वीट में जाधव की पहचान भारत के पूर्व नौसैनिक अधिकारी के रूप में की गयी है. पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को उसके अशांत बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था. पड़ोसी देश ने यह दावा भी किया कि जाधव ईरान से पाकिस्तान में घुसे थे. दावा किया गया कि उनके पास एक भारतीय पासपोर्ट था जिसमें उनकी पहचान हुसैन मुबारक पटेल के रूप में की गयी.
पाकिस्तान ने कहा मानवीय आधार पर दी मुलाकात की इजाजत
हालांकि भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था जहां वह भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद कारोबार के सिलसिले में थे. फैसल ने यह ट्वीट भी किया कि इस्लामी परंपराओं की रोशनी में मुलाकात तय की गयी और यह पूरी तरह मानवीय आधार पर थी.
टीवी पर दिखाए जा रहे फुटेज में जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतनकुल, भारत के उप उच्चायुक्त जे. पी. सिंह और एक पाकिस्तानी महिला अधिकारी के साथ विदेश मंत्रालय के आगा शाही ब्लॉक में प्रवेश करते दिख रहे हैं. उनके प्रवेश के बाद दरवाजा बंद हो गया.
बाद में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जाधव के अपनी पत्नी और मां से कांच की एक स्क्रीन के पीछे से बात करते हुए तस्वीरें जारी की हैं. उन्होंने एक इंटरकॉम के जरिये बातचीत की.
विदेश कार्यालय ने कहा कि दोपहर करीब 1:35 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर 2:05 बजे) बैठक शुरू हुई और करीब 40 मिनट चली. जिसके बाद सभी लोग बाहर निकले और सफेद एसयूवी वाहन में जाते दिखाई दिये.
दोनों महिलाएं सोमवार को एक व्यावसायिक उड़ान से दुबई के रास्ते इस्लामाबाद पहुंची थीं. विदेश मंत्रालय जाने से पहले उन्होंने करीब आधा घंटा भारतीय दूतावास में बिताया. जाधव का परिवार एक बार फिर कुछ देर के लिए मिशन पहुंचा और वहां दुबई के रास्ते भारत की उड़ान पकड़ने के लिए हवाईअड्डे रवाना हो गया. यहां बेनजीर भुट्टो इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि वे ओमान एयरलाइन की एक उड़ान से स्थानीय समयानुसार शाम 7:44 बजे मस्कट के लिए रवाना हो गयीं.