Chinese Army In Ladakh: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने लद्दाख से चीनी सैनिकों और चरवाहों के वायरल वीडियो पर बयान दिया है. इसके अली उन्होंने मालदीव और म्यांमार पर भी अपनी बात रखी है. असल में लद्दाख से चीनी सैनिकों और चरवाहों के वायरल वीडियो पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने वीडियो देखा है. इस मुद्दे को संबंधित एजेंसियों के पास भेजा जाएगा. दोनों देश (भारत और चीन) चरागाह क्षेत्रों से अवगत हैं. यदि कोई टकराव होता है, तो इसे तंत्र के माध्यम से देखा जाएगा.


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असल में यह बयान ऐसे समय आया है जब एक वायरल वीडियो के माध्यम से दावा किया गया है कि चीन की पीपुल्‍स लिब्रेशन आर्मी के जवान पूर्वी लद्दाख में घुस आए और भारत के निहत्‍थे चरवाहों को भगाने लगे. इस पर विदेश मंत्रालय ने दो टूक बयान देते हुए कहा है कि दोनों देश (भारत और चीन) चरागाह क्षेत्रों से अवगत हैं. यदि कोई टकराव होता है, तो इसे तंत्र के माध्यम से देखा जाएगा. इसके अलावा म्यांमार तख्तापलट की बरसी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल का कहना है कि हम म्यांमार में बिगड़ती स्थिति को लेकर चिंतित हैं, जिसका पड़ोसी देश और म्यांमार के मित्र के रूप में हम पर सीधा प्रभाव पड़ता है. 


मालदीव में उठापटक पर भी बयान
उन्होंने इस मुद्दे पर यह भी कहा कि भारत पूर्ण उत्तराधिकार की वकालत करता रहा है. हिंसा और म्यांमार का समावेशी संघीय लोकतंत्र की ओर संक्रमण, हम मुद्दे का शीघ्र समाधान और देश में शांति और स्थिरता की वापसी चाहते हैं. इसके अलावा मालदीव में चल रहे सियासी उठापटक पर भी विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है. मालदीव मुद्दे पर रणदीप जायसवाल का कहना है कि ये उनका आंतरिक मामला है. 


रेड से पर भी लगातार नजर
लाल सागर मामले पर उन्होंने कहा कि अभी जो स्थिति हैं उस पर नजर बना कर रखा हुआ है, फिलहाल हम किसी भी platform या संस्था का हिस्सा नहीं हैं. हालांकि यह चिंता का विषय है. न केवल हमारे लिए, बल्कि कई अन्य लोगों के लिए भी. हम नौवहन की स्वतंत्रता का समाधान चाहते हैं. भारतीय नौसेना वहां है... भारतीय नाविकों और अन्य लोगों को भी सहायता प्रदान कर रही है.