जम्मू: दक्षिण कश्मीर हिमालय स्थित अमरनाथ गुफा में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को भोजन मुहैया कराने वाले सामुदायिक लंगरों पर सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि 46 दिन की यह यात्रा एक जुलाई से शुरू होकर 15 अगस्त तक चलेगी.


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उन्होंने बताया कि सुरक्षा उपायों के तौर पर पठानकोट-जम्मू-बालटाल राजमार्ग के पास प्रत्येक लंगर स्थान पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में 17 स्थानों पर 105 लंगर, कठुआ में आठ, उधमपुर में 10 और रामबन जिले में 28 लंगर होंगे.



राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार ने बताया कि निर्बाध अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की समीक्षा के लिए गुरुवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक भी की गई.


इससे पहले जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने बुधवार को अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत की। यह यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी।


राज्यपाल के मुख्य सचिव और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला ने बताया कि यह सुविधा 500 यात्रियों के प्रतिदिन दोनों मार्गों के लिए उपलब्ध रहेगी। इसे दोनों रास्तों पहलगाम मार्ग और बालटाल मार्ग के लिए शुरू किया गया है। इनसे से प्रत्येक मार्ग से 250-250 यात्री पंजीकरण करा सकेंगे।


 


एक अधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि इस ऑनलाइन प्रक्रिया का लाभ लेने के लिए तीर्थयात्रियों को अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा।