Chandrayaan 3 Launch Live: लॉन्चर से अलग हुआ चंद्रयान-3, अब चांद पर बजेगा भारत का डंका
Chandrayaan 3 Launch Live Updates: अंतरिक्ष में भारत आज एक और छलांग लगाने वाला है. ISRO के वैज्ञानिकों की टीम दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग करेगी. इसकी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
ISRO Chandrayaan 3 Launch Today Latest Updates: अंतरिक्ष (Space) की दुनिया में भारत आज इतिहास रचने वाला है. कुछ घंटों बाद आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान 3 मिशन की लॉन्चिंग होगी. मिशन की रिवर्स काउंटिंग जारी है. चंद्रयान थ्री की लॉन्चिंग के लिए रिवर्स काउंटिंग की गूंज सुनाई दे रही है. कुछ घंटों पर भारत के श्री हरिकोटा से ये लॉन्च होने जा रहा है. ISRO अपने ड्रीम प्रोजेक्ट चंद्रयान 3 को लॉन्च करने जा रहा है. चंद्रयान-3 दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रमा की ओर जाने के लिए पृथ्वी से उड़ान भरेगा. करीब 45 से 50 दिन की यात्रा करने के बाद चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग होगी. लॉन्चिंग से पहले वैज्ञानिकों की टीम इसरो में डटी है. प्रधानमंत्री मोदी भी लगातार वैज्ञानिकों के संपर्क में हैं. श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 उड़ान भरेगा और 23 अगस्त के बाद कभी भी धरती से 3 लाख किलोमीटर दूर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. 4 साल में दूसरी बार भारत अपना मिशम मून लॉन्च कर रहा है जिसमें कई जरूरी बदलाव किए गए हैं. आइए इससे जुड़े बड़े अपडेट जानते हैं.
नवीनतम अद्यतन
ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ का बयान
ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा कि हमने पहले साल में देखा कि पहले क्या गलती की थी और उसके बाद दूसरे साल में क्या सुधार किया जाए कि ये बेहतर हो. फिर हमने देखा कि और क्या गलती हुई थी क्योंकि कुछ समस्याएं छिपी होती हैं जो हमने समीक्षा और टेस्ट द्वारा पता लगाया. तीसरे साल हमने सभी टेस्टिंग की और अंतिम साल में हमने अंतिम संयोजन और तैयारी की. मैं इस कार्य के लिए पूरी टीम को बधाई देता हूं.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का चंद्रयान पर बयान
पूरा मिशन स्वदेशी है, यह आत्मनिर्भर भारत के मंत्र पर खरा उतर रहा है. यह आने वाले वर्षों में एक वैश्विक और अग्रणी वैश्विक खिलाड़ी के रूप में भारत की भूमिका को भी दोहराएगा.
23 अगस्त को चांद पर उतरेगा चंद्रयान
चंद्रयान-3 पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का कहना है कि अगर सब कुछ सामान्य रहा तो 23 अगस्त को शाम लगभग 5.47 बजे चंद्रमा पर उतरने की उम्मीद है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई
भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित करते हुए चंद्रयान -3 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. इसरो की टीम को इस उपलब्धि और अथक प्रयास के लिए हार्दिक बधाई! यह अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति के प्रति देश की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है. चंद्र मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं: राष्ट्रपति भवन
पीएम मोदी ने ट्वीट कर वैज्ञानिकों को दी बधाई
चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा है. यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है. यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है. मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
आई खुशखबरी...! चंद्रयान-3 ने भरी उड़ान, अब लहराएगा चांद पर तिरंगा!
सफल लॉन्चिंग के बाद वैज्ञानिक दिखे खुश
चांद पर भारत का डंका बजाने निकला चंद्रयान-3, देखें वीडियो
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने चंद्रयान 3 के सफल प्रक्षेपण पर ISRO को बधाई दी है.
इतिहास बनाने निकला भारत का चंद्रयान-3
चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक हुआ लॉन्च
चंद्रयान-3 सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च हो गया है. चांद पर भारत का परचम फहराने चंद्रयान-3 निकल गया है.
थोड़ी देर में होगी चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग आज दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर की जाएगी. आज भारत अंतरिक्ष में इतिहास रचने जा रहा है.
क्यों खास है चंद्रयान-3 मिशन?
चंद्रयान-3 मिशन सबसे अलग और खास है क्योंकि अब तक जितने भी देशों ने अपने यान चंद्रमा पर भेजे हैं उनकी लैंडिग उत्तरी ध्रुव पर हुई है. जबकि चंद्रयान थ्री चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला यान होगा.
चंद्रयान 3 मिशन का लाइव टेलीकास्ट यहां देंखे
कितने दिन में चंद्रमा तक पहुंचेगा चंद्रयान 3?
जानकारी के मुताबिक, लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान 3 चंद्रमा तक पहुंचने में करीब 42 दिन का समय लेगा. चंद्रयान 3 इसरो का ड्रीम प्रोजेक्ट है. चंद्रयान 2 मिशन क्रैश लैंडिंग की वजह से सफल नहीं हो पाया था.
कितनी होगी चंद्रयान 3 की स्पीड?
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि इसरो ने चंद्रयान-3 लैंडर की लैंडिंग वेलोसिटी को 2 मीटर/सेकंड से बढ़ाकर 3 मीटर/सेकंड कर दिया गया है. यह एडजस्टमेंट सुनिश्चित करता है कि 3 मीटर/सेकंड की वेलोसिटी पर भी लैंडर दुर्घटनाग्रस्त नहीं होगा.
चंद्रयान-2 की क्यों हो गई थी क्रैश लैंडिंग?
इसरो प्रमुख ने बताया कि चंद्रयान-2 काफी अच्छा था लेकिन आखिरी लैंडिंग फेज में दिक्कत थी, इस वजह से हम शॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर सके थे. क्योंकि ये बहुत तेज रफ्तार से लैंड हुआ था, जिसे हम क्रैश लैंडिंग कहते हैं. अगर आप देखें तो हमें चांद तक पहुंचना है जिसके लिए काफी तैयारियां की गई हैं. चंद्रयान-1, चंद्रयान-2 और मार्श मिशन भी हम कर चुके हैं इसलिए संशय की कोई बात नहीं है.
पीएम मोदी का भी ड्रीम प्रोजेक्ट है चंद्रयान 3
चंद्रयान 3 इसरो ही नहीं बल्कि पीएम मोदी का भी ड्रीम प्रोजेक्ट है. 4 साल पहले जो सपना अधूरा रह गया था उसे आज पूरा किया जा रहा है. धरती से 3 लाख किलोमीटर दूर चंद्रमा पर चंद्रयान 3 की लैंडिंग के साथ ही न्यू इंडिया का एक और संकल्प पूरा होगा. साथ ही दुनिया एक बार फिर भारत की ताकत का भी अहसास करेगी.
चंद्रयान-3 कब लॉन्च किया जाएगा?
बता दें कि चंद्रयान-3 आज दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा. सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
दुनिया की टॉप 10 स्पेस एजेंसियों की लिस्ट
1. नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) - अमेरिका
2. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) - भारत
3. रूसी संघीय अंतरिक्ष एजेंसी (RFSA) - रूस
4. चीन राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (CNSA) - चीन
5. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) - यूरोपीय संघ
6. जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) - जापान
7. राष्ट्रीय अंतरिक्ष अध्ययन केंद्र - फ्रांस
8. यूके स्पेस एजेंसी (UKSA) - यूके
9. जर्मन एयरोस्पेस सेंटर (DLR) - जर्मनी
10. इटालियन अंतरिक्ष एजेंसी (ASI) - इटलीभारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन: इसरो अध्यक्ष लिस्ट 1963 से 2023 तक
एस सोमनाथ 2022- वर्तमान
के. सिवन 2018- जनवरी 2022
अलुरु सीलिन किरण कुमार 2015 - 2018
डॉ. कोप्पिलिल राधाकृष्णन 2009-2014
जी. माधवन नायर 2003-2009
डॉ. कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन 1994-2003
प्रो. उडुपी रामचन्द्र राव 1984-1994
प्रो. सतीश धवन 1972-1984
प्रो. माम्बिलिकालाथिल गोविंद कुमार मेनन 1972- 1972
डॉ. विक्रम अंबालाल साराभाई 1963-1971PM Modi France Visit: PM मोदी ने फ्रांस में किया Chandrayaan-3 का जिक्र
चंद्रयान-2 मिशन का फॉलोअप मिशन
इसरो प्रमुख ने कहा कि हम चांद पर साउथ पोल के बेहद नजदीक लैंडिंग की कोशिश करेंगे जो साउथ पोल से 70 डिग्री की तरफ है. इसकी प्रैक्टिस करने में हमें काफी मुश्किलें आईं. चंद्रयान-3 मिशन साल 2019 में किए गए चंद्रयान-2 मिशन का फॉलोअप मिशन है. इस मिशन में लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग और रोवर को सतह पर चलाकर देखा जाएगा, जिसके जरिए जानकारी जुटाई जाएगी. चंद्रयान-2 में लैंडर, रोवर और ऑर्बिटर था, जबकि चंद्रयान-3 में ऑर्बिटर की जगह स्वदेशी प्रोपल्शन मॉड्यूल लगाया गया है.
चंद्रयान 3 लॉन्चिंग के लिए तैयार
चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के लिए अपग्रेडेड बाहुबली रॉकेट LVM-3 यानी लॉन्च वीइकल मार्क-3 तैयार है. इसका लॉन्चिंग सक्सेस रेट 100 फीसदी है. LVM- 3 भारत का सबसे भारी रॉकेट है. ये प्रक्षेपण यान यानी लॉन्च वीइकल 10 टन तक के सेटेलाइट को पृथ्वी की निचली कक्षाओं तक ले जा सकता है जो पृथ्वी की सतह से लगभग 200 किमी दूर है. जबकि 4 टन तक के भार को हाई अर्थ ऑर्बिट या जियो ट्रांसफर ऑर्बिट में छोड़ने में सक्षम है.
इसरो प्रमुख बड़ा बयान
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि हमारे शक्तिशाली रॉकेट LVM-3 की मदद से चंद्रयान-3 लॉन्च किया जाएगा. जिसके बाद चंद्रयान-3 का सफर शुरू होगा. धीरे-धीरे वो चंद्रमा की तरफ जाएगा. एक महीने के अंदर हमें उम्मीद है अगर सबकुछ सही रहा तो चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर 23 अगस्त के बाद कभी भी पहुंच सकता है. मुझे देवी मां का आशीर्वाद चाहिए, मैं उनके आशीर्वाद के लिए यहां आया हूं. आप सब भी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता की कामना करें.
तिरुपति मंदिर पहुंची इसरो की टीम
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग से पहले इसरो प्रमुख एस सोमनाथ के साथ वैज्ञानिकों की टीम चंद्रयान के एक मॉडल के साथ आंध्र प्रदेश के तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर का दौरा करने पहुंची. इस दौरान मिशन मून की सफलता की कामना की गई.