Congress plan for 2024 Election: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में अब 8-9 महीने का समय बचा है और कांग्रेस विपक्षी दलों के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हराने की कोशिश में लगी है. वहीं, बीजेपी भी तीसरी बार सत्ता पर कब्जा करने के लिए एनडीए को कुनबा बढ़ाने में लगी है. आज (18 जुलाई) बेंगलुरु में कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष की अहम बैठक है, तो एनडीए की मीटिंग दिल्ली में होने वाली है.


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सोनिया गांधी पहली बार कर रही कुछ ऐसा


बेंगलुरु में चल रही विपक्ष की बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) खुद शामिल हो रही हैं. यह पहला मौका है जब सोनिया गांधी इस तरह कवायद में हिस्सा ले रही है और इसे लीड करने की कोशिश में जुटी है. हालांकि, इसका सीधा फायदा विपक्षी एकता को भी मिल सकता है, क्योंकि शरद पवार और ममता बनर्जी जैसे नेता राहुल गांधी का नेतृत्व स्वीकार करने में खुद को असहज महसूस कर रहे थे. उन्हें सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी एकता बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी.


2004 के फॉर्मूले पर काम कर रही कांग्रेस!


अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में बीजेपी (BJP) को मात देने के लिए कांग्रेस (Congress) साल 2004 के फॉर्मूले पर काम कर रही है. दरअसल, साल 2004 के चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए का मुकाबला करने के लिए समान विचारधारा वाले 6 दलों के साथ गठबंधन किया था. इसमें झारखंड में जेएमएम, विहार में आरजेडी-एलजेपी, महाराष्ट्र में एनसीपी, आंध्र प्रदेश में टीआरएस और तमिलनाडु में डीएमके शामिल थे.


कांग्रेस को इस फॉर्मूले का फायदा 2004 में हुआ था और इन 5 राज्यों के 188 लोकसभा सीटों में से 114 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया, जबकि उसके सहयोगी दल 56 सीट जीतने में कामयाब रहे. इसके बाद यूपीए सत्ता में आ गई थी. अब कांग्रेस एक बार फिर समान विचारधारा वाले दलों को साथ लाकर 2024 में एनडीए को हराने का प्लान बना रही है.


सहयोगी दलों को जुटाने में बीजेपी भी नहीं है पीछे


हालांकि, सहयोगी दलों को जुटाने का काम सिर्फ कांग्रेस (Congress) ही नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी कर रही है. बीजेपी अपने पुराने सहयोगियों को दोबारा साथ लाने की तैयारी में जुट गई है. बीजेपी ने भी आज (18 जुलाई) एनडीए की बैठक बुलाई है, जिसमें 38 दल शामिल होंगे. बैठक से ठीक पहले ओम प्रकाश राजभर और चिराग पासवान की पार्टी एनडीए में शामिल हो गई है. वहीं, यूपी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ने वाले दारा सिंह की फिर से बीजेपी में वापसी हुई है. इसके अलावा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एनसीपी नेता अजित पवार भी अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर एनडीए में शामिल हो गए हैं.