नई दिल्ली : आपने अनिल अंबानी और टीना अंबानी के प्यार के किस्से सुने होंगे। अनिल के पिता धीरूभाई अंबानी शुरुआत में इस शादी के खिलाफ थे लेकिन अनिल ने किसी तरह उन्हें मना लिया। लेकिन आप धीरूभाई के बड़े बेटे मुकेश अंबानी के प्यार के बारे में शायद न जानते हों। मुकेश की शादी नीता अंबानी से हुई लेकिन नीता का चुनाव मुकेश ने नहीं बल्कि उनके पिता धीरूभाई ने किया था। मुकेश और नीता की प्रेम कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। इनकी यह जोड़ी आज भी युवाओं को प्रेरणा देती है।      


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नीता अंबानी एक गुजराती परिवार से ताल्लुक रखती हैं। नीता के परिवार में संगीत और शास्त्रीय नृत्य को काफी पसंद किया जाता रहा है और उनके परिवार में संगीत और नृत्य काफी मायने रखते हैं। नीता की माता एक प्रख्यात गुजराती लोकनर्तकी थीं। नीता जब केवल आठ साल की थीं, तभी से उनकी मां ने उन्हें नृत्य सीखाना शुरू कर दिया। नीता ने बचपन से ही नृत्य में अपनी गहरी रुचि दिखाना शुरू कर दिया था और देखते ही देखते ही वह भरतनाट्यम की एक कुशल नृत्यांगना बन गईं।    


नीता पूरे गुजरात में अलग-अलग समारोहों में भरतनाट्यम प्रस्तुत किया करती थीं। एक ऐसे ही कार्यक्रम में धीरू भाई ने नीता को भरतनाट्यम करते हुए देखा। नीता के इस मंत्रमुग्ध कर देने वाले नृत्य से धीरू भाई काफी प्रभावित हुए। धीरू भाई ने देखा कि नीता न केवल शानदार नृत्य कर रही हैं बल्कि उनके सौंदर्य में भारतीय परंपरा की झलक है। धीरू भाई ने नीता के इस नृत्य को बिड़ला मातोश्री में देखा था। नीता ने जब अपना नृत्य समाप्त कर लिया तो धीरू भाई ने कार्यक्रम के आयोजक से नीता के बारे में जानकारी ली। यही नहीं धीरू भाई ने नीता का टेलीफोन नंबर लिया और उनसे जुड़े अन्य ब्यौरे अपने साथ ले गए।         
 
अगले दिन धीरू भाई ने नीता के घर का टेलीफोन नंबर मिलाया और दिलचस्प बात यह थी कि फोन खुद नीता ने उठाया। नीता ने जब यह सुना कि फोन करने वाला अपने को धीरू भाई अंबानी बता रहा है और वह उनसे बात करना चाहता है तो बिना समय गंवाए उन्होंने जवाब दिया कि वह कोई और नहीं बल्कि एलिजाबेथ टेलर बोल रही हैं (नीता ने एक टेलीविजन चैनल के साक्षात्कार में यह बात कही)। नीता के मुताबिक उन्होंने यह सोचकर कि कोई उन्हें परेशान कर रहा है, फोन रख दिया। नीता ने सोचा कि भारत का एक प्रसिद्ध उद्योगपति उन्हें फोन क्यों करेगा और उनसे बात क्यों करना चाहेगा?     


धीरू भाई ने फिर फोन किया लेकिन इस बार नीता के पिता ने फोन उठाया और वह धीरू भाई की आवाज पहचान गए। नीता के पिता ने उनसे कहा कि वह धीरू भाई से जाकर मिलें। पिता द्वारा थोड़ा मनाए जाने के बाद नीता धीरू भाई से मिलने के लिए तैयार हो गईं। धीरू भाई ने अपने कार्यालय में नीता से खाना बनाने, उनकी आदतों, शिक्षा सहित कई चीजों के बारे में पूछा। इसके बाद धीरू भाई ने उन्हें अपने घर आने का न्यौता दिया। धीरू भाई ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह उन्हें मुकेश की पत्नी के रूप में देख रहे हैं। धीरू भाई ने कहा कि उन्हें घर आकर मुकेश से मिलना चाहिए।   


इस बारे में अपने परिवार के साथ चर्चा करने के बाद नीता धीरू भाई के घर गईं। नीता जब वहां पहुंचीं तो मुकेश ने घर का दरवाजा खोला। मुकेश नीता को देखते ही पहचान गए क्योंकि धीरू भाई लगातार उनसे नीता के बारे में बात करते आ रहे थे। मुकेश और नीता ने एक-दूसरे से बातचीत की और कहीं और मिलने के लिए तैयार हुए।
 
जब मुकेश ने नीता से शादी का किया प्रस्ताव


अपनी पहली मुलाकात के बाद से मुकेश और नीता एक दूसरे को डेट करने लगे। हालांकि, नीता शुरुआत में अपने इस रिश्ते को लेकर थोड़ी असमंजस में थीं। नीता पहले अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती थीं। वह धीरू भाई के निर्णय के बारे में जानती थी लेकिन वह अपनी पढ़ाई के लिए थोड़ा और समय चाहती थीं। एक दिन जब मुकेश और नीता कार से पोद्दार रोड पर जा रहे थे। वहां रेड सिग्नल देखकर मुकेश ने अपनी कार रोक दी। सिग्नल ग्रीन होने के बाद भी मुकेश ने अपनी कार स्टार्ट नहीं की। इस पर नीता ने उनसे कार स्टार्ट करने के लिए कहा क्योंकि वहां ट्रैफिक जाम लग सकता था। इस पर मुकेश ने साफ शब्दों में पूछा-क्या वह उनसे शादी करेंगी? मुकेश ने यह भी कहा कि वह उनका जवाब सुनने के बाद ही कार स्टार्ट करेंगे। अब नीता के सामने कोई विकल्प नहीं था और उन्होंने शादी के लिए हां कह दिया।