नई दिल्ली : विधानसभा चुनावों को लेकर मध्यप्रदेश में राजनेताओं की रैलियों का तांता लगा हुआ है. युवाओं वर्ग के मतदाताओं को लुभाने के लिए हर पार्टी एड़ी-चोटी का दम लगा रही है, लेकिन प्रदेश का एक जिला ऐसा भी है, जहां पर युवा नहीं बल्कि बुजुर्ग मतदाता भारी संख्या में हैं. वो जिला है आगरा मालवा. 


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बुजुर्ग मतदाताओं के लिए अलग से तैयारी
आगर मालवा जिले के लगभग 56 ऐसे मतदाता भी मतदान करेंगे जिनकी उम्र सौ वर्ष से भी अधिक हो चुकी है. अब तक हुए लगभग सभी चुनावो में अपने मतदान का प्रयोग करने वाले यह मतदाता इस बार भी अपने मत का प्रयोग करेंगे. प्रशासन द्वारा भी ऐसे मतदाताओ की सुची तैयार कर उनके लिए अलग से तैयारी की जा रही है.


महिलाओं की संख्याओं है ज्यादा
आगर मालवा जिले में नगरीय क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रो में शतायु मतदाताओ की संख्‍या अधिक है, सुसनेर विधानसभा क्षेत्र में कुल 44 तथा आगर विधानसभा क्षेत्र के कुल 12 मतदाता सौ वर्ष से अधिक उम्र पार कर चुके है. इन शतायु मतदाताओ में पुरूषों की अपेक्षा महिलाओ की संख्‍या अधिक है.  



उम्र नहीं ढाल सकता वोट करने का जज्बा
कमजोर होती याददाश्‍त और सुनने की शक्ति क्षीण होने के बावजुद जिले के ग्राम निपानिया के 109 वर्षीय ( एक सौ नौ वर्षीय ) बुजुर्ग नारूसिंह का जज्‍बा बरकरार हैा अपने जीवन के लगभग हर चुनाव में अपने मत का प्रयोग कर चुके नारूसिंह‍ इस बार भी अपने वोट का उपयोग करने के लिए तैयार हैं. अपने जीवन के एक सौ नौ वर्ष पुर्ण कर चुके बुजुर्ग नारूसिंहजी अपने जीवन में परिवार की आठ पीढीयां देख चुके हैं. वर्तमान में उनके परिवार की छ पीढीयां मौजुद है. अधिक उम्र के बावजुद बुजुर्ग नारूसिंह लोकतंत्र का महत्‍व का बताते हुए मतदान अवश्‍य करने का आव्‍हान करते यह बुजुर्ग युवाओ के लिए प्रेरणास्‍त्रोत है.


विकास के लिए करेंगे मतदान...
ग्राम आकली में अपने खेत पर एक छोटी सी टापरी ( मकान ) में अपनी पत्‍नी के साथ रहने वाले 103 वर्षीय बुजुर्ग रामाजी और उनकी पत्‍नी भी एक बार फिर मतदान करने के लिए उत्‍साहित हैं. अपने जीवन में शतक पुर्ण कर चुके बुजुर्ग दंपत्‍ती बताते है कि वह हर बार मतदान अवश्‍य करते हैं, जिससे एक अच्‍छी सरकार मिल सके जिससे क्षेत्र में विकास हो सके. 


मतदान केंद्रों पर की जा रही है खास तैयारी
लोकतंत्र के इस महापर्व में इन शतायु मतदाताओ के मतदान कराने के लिए प्रशासन भी अहम भुमिका निभा रहा है. मतदान केन्‍द्रो पर शतायु मतदाताओ को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इस बात का भी विशेष ध्‍यान रखा जा रहा है. शतायु मतदाताओ सहित 80 वर्ष से अधिक वर्ष के मतदाताओ को कतार में लगने की जरूरत नहीं पडेगी. दिव्‍यांग के साथ ही 80 साल से अधिक के इन मतदाताओं को बुथ तक ले जाकर मतदान कराने की जिम्‍मेदारी प्रशासन द्वारा तैनात किए वालेंटियर्स की होगी.