1000 बेड के अस्पताल में डेली के 1500 मरीज, गर्मी में नहीं मिल रहा साफ पानी, कर्मचारी पी रहे मिनरल वाटर
सतना जिला अस्पताल (Satna District Hospital) में मरीज पानी के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं. वे परेशान हो कर अस्पताल के बाहर लगे नगर निगम के टैंकर से पानी भरकर पीने को मजबूर हो गए.
सतनाः गर्मी का मौसम आते ही देश के ज्यादातर इलाकों में पानी की समस्या होने लग जाती है. ऐसा ही कुछ हाल मध्य प्रदेश के सतना जिले में भी होता है. हर साल अप्रैल महीने के अंत तक पानी की कमी झेलने वाले इस शहर के जिला अस्पताल में मार्च के मध्य में ही जल संकट गहराने लगा.
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जिला अस्पताल में पिछले तीन दिनों से पीने के लिए शुद्ध पानी ही नहीं है, मरीज पानी के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं. वे परेशान हो कर अस्पताल के बाहर लगे नगर निगम के टैंकर से पानी भरकर पीने को मजबूर हो गए. वहीं अस्पताल में मीटिंग कर रहे अधिकारी, कर्मचारी और डॉक्टरों को उसी पब्लिक के पैसे से पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर की सुविधा मिल रही है.
पिछले कुछ दिनों से खराब है PHE की लाइन
जानकारी मिली है कि सतना अस्पताल में पानी का सप्लाई करने वाली PHE (Public Health Engineering Department) की लाइन पिछले तीन दिनों से खराब है. इसी कारण अस्पताल के वाटर कूलर और टंकियों में लगे नलों से पानी की जगह हवा निकल रही है. पाइप लाइन में खराबी के कारण मार्च की गर्मी में जिला अस्पताल के मरीजों को पिछले तीन दिनों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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परिजन मरीजों को छोड़कर तलाश रहे पानी
हालात ये है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन उनका वार्ड ही में ध्यान रखने के बजाय यहां-वहां पानी की तलाश में भटकते नजर आ रहे हैं. पूरे अस्पताल में ढूंढने पर भी उन्हें अंदर कहीं भी पानी नहीं मिल रहा, अगर कहीं पानी मिल रहा है तो वह अस्पताल चौक पर खड़े पानी के टैंकर से मिल रहा है. मरीजों को कहना है कि उन्हें पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है और वहां कर्मचारियों को बोतल वाला पानी मिल रहा है.
एक हजार बेड वाले अस्पताल में रोज आते हैं तीन हजार मरीज
करीब 20 लाख की आबादी वाले सतना जिले में स्वास्थ्य सुविधा के लिए अस्पताल बनाया गया. यहां पानी के लिए वाटर कूलर की सुविधा दी गई, लेकिन यह मात्र शो पीस बन कर रह गया. अस्पताल में मरीजों के लिए एक हजार बेड की सुविधा है. यहां हर दिन मरीज और परिजन मिलाकर करीब तीन हजार लोग रहते हैं. इसके अलावा हॉस्पिटल स्टाफ भी रहता है, इन सभी को ही पिछले तीन दिनों से अशुद्ध पानी मिल रहा है. अस्पताल में ओपीडी (Outpatient Department) के तो हर दिन करीब 1500 मरीज आते हैं.
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अस्पताल के सर्जन बोले जल्द हल होगी समस्या
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन सुनिल खारखुर ने बताया कि जिस मोटर से पानी का सप्लाई होता है, उसके खराब होने के कारण सभी को समस्या हो रही है. इसी कारण लोग मजबूरन टैंकर या बाहर से खरीद कर पानी पी रहे हैं. उन्हें मामले की जानकारी है, जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा.
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