भोपाल: शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सभी जिलों के कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना की रोकथाम को लेकर चर्चा की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. जिसकी वजह से कई तरह की पाबंदियां भी लगाई गईं हैं. कोरोना वायरस संक्रमण से इस वक्त देश के साथ पूरा प्रदेश लड़ रहा है. यह सभी के लिए मुश्किल का समय है. इस दौरान गरीब परिवारों में अन्न का संकट न पैदा हो, इसलिए उन्हें 3 माह का राशन मुफ्त दिया जाएगा. साथ ही 2 करोड़ परिवार को काढ़ा भी बितरित किया जाएगा.


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इस दौरान मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट 24 घंटे में मिले. साथ ही उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सैंपल होने के बाद लोग बाहर न घूमे. वहीं, ऐसा करते पाए जाने वालों पर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के भी निर्देश दिए. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को जिले में कोविड केयर सेंटर भी खोलने की छूट दी. 


कोरोना समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों से 30 अप्रैल तक घरों में रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर बहुत जरूरी न हो, तो घर से बाहर न निकलें, क्योंकि कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ना बहुत जरूरी है. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ाई के लिए सेना की मदद से अस्पताल भी खोले जाएंगे. इसको लेकर गृहमंत्री से फोन पर बात भी हो चुकी है. 


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सभी बड़े जिलों में 2000 बिस्तर के खुलेंगे अस्पताल
कलेक्टरों से बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी बड़े महानगरों में सरकार, स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद से 2000 बिस्तर के अस्पताल खोलने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि जल्द ही इंदौर के राधा स्वामी सत्संग न्यास के 2000 बिस्तरों जैसा प्रयोग भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित अन्य महानगरों में होगा. वहीं, इस दौरान मुख्यमंत्री ने इंदौर में राधा स्वामी सत्संग न्यास के 2000 बिस्तरों को बढ़ाकर 6000 करने के भी निर्देश दिए. 


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