भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में वापसी के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल में विस्तार किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 मंत्रियों के नामों पर अंतिम मुहर लगाकर भोपाल में शपथ दिलाई. वहीं, मध्य प्रदेश सरकार में 15 साल बाद एक मुस्लिम समुदाय के विधायक को आरिफ अकील को प्रतिनिधित्व दिया गया है. राज्य की सत्ता में 15 साल बाद लौटी कांग्रेस ने हाल ही में कमलनाथ को प्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त किया है.


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जानिए कौन हैं आरिफ अकील
मध्य प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से आरिफ अकील विधायक हैं. मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर 1998 से आरिफ विधायक बनते आ रहे हैं. यह सीट किसी जमाने में कम्युनिस्टों का गढ़ हुआ करती थी. 1957, 1962, 1967 और 1972 में यह भोपाल सीट हुआ करती थी. भोपाल उत्तर सीट 1977 में अस्तित्व में आई. तब पहली बार इस सीट से जनता पार्टी के हामिद कुर जीते. इसके बाद 1980 और 1985 में कांग्रेस के रसूल अहमद चुनाव जीते. 


1990 में हुए चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. 1990 में निर्दलीय उम्मीदवार आरिफ अकील को जीत मिली. इस सीट पर बीजेपी का खाता साल 1993 में खुला, जब रमेश शर्मा यहां से विजयी हुए. 1998 से लेकर अब तक आरिफ अकील विधायक हैं.


मंत्रिमंडल में नजर आया क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन 
कमलनाथ के मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन पर पूरा ध्यान दिया गया है. मंत्रिमंडल में राज्य के तीनों बड़े नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन वाले विधायकों को जगह दी गई है. मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री कमलनाथ के 11, दिग्विजय सिंह के नौ, ज्योतिरादित्य सिंधिया के सात और अरुण यादव खेमे के एक मंत्री को शामिल किया गया है. शपथ लेनेवाले मंत्रियों में डॉ. गोविंद सिंह, आरिफ अकील, वृजेंद्र सिंह राठौड़, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बचन, लखन सिंह यादव, विजयलक्ष्मी साधो, हुकुम सिंह करादा, तुलसी सिलावत, गोविंद राजपूत, ओंकार मरकाम, सुखदेव पानसे, चौधरी जयवर्धन सिंह, हर्ष यादव, कमलेश्वर पटेल व लखन घनगोरिया शामिल हैं. 


कमलनाथ ने 17 दिसंबर को ली थी सीएम पद की शपथ
इनके अलावा तरुण भनोट, पी.सी. शर्मा, सचिन यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल, जीतू पटवारी, उमंग सिंगार, प्रद्युम्न तोमर, प्रदीप जायसवाल, महेंद्र सिंह सिसोदिया, इमरती देवी, प्रियवत सिंह को भी मंत्री बनाया गया है. खास बात यह कि कमलनाथ मंत्रिमंडल में राज्य सरकार में बीते 15 साल बाद मुस्लिम समुदाय के आरिफ अकील को प्रतिनिधित्व दिया गया है. सभी मंत्रियों ने हिंदी भाषा में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के छह दिन बाद 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.


(इनपुट भाषा से)