रायपुर: छत्तीसगढ़ के पहले सीएम अजीत जोगी की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है. उनका इलाज डॉ. पंकज ओमर के नेतृत्व में  चिकित्सकीय टीम द्वारा निरंतर जारी है. अस्पताल की विभिन्न स्पेशलिटी के 8 डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए हैं. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. इसी के जरिए उन्हें सांस दी जा रही हैं. डॉक्टरों के मुताबिक अगले 48 घंटों में यह समझ आएगा की उनका शरीर दवाओं को कैसा रिस्पांस दे रहा है. डॉक्टरों ने 11 बजे हेल्थ बुलेटिन जारी किया है.


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डॉ सुनील खेमका ने फिलहाल उनका ह्रदय सामान्य है. ब्लड प्रेशर भी दवाओं से नियंत्रित है, लेकिन कल रेस्पिरेटरी अरेस्ट होने के बाद जो कुछ देर तक उनके मस्तिष्क में ऑक्सीजन नहीं गयी उस वजह से उनके दिमाग को संभावित नुकसान पहुंचा है. चिकित्सकीय भाषा में इसे हाईपॉक्सिया कहा जाता है. उन्होंने ने कहा कि अभी की स्थिति में जोगी की न्यूरोलॉजिकल (मष्तिष्क) की गतिविधियां लगभग नहीं के बराबर हैं. सरल शब्दों में कहा जाए तो अजीत जोगी कोमा में हैं. साथ ही उन्हें वेंटीलेटर के माध्यम से सांस दी जा रही है. डॉक्टरों द्वारा जोगी के स्वास्थ्य सुधार का भरसक प्रयास किया जा रहा है लेकिन अभी की स्थिति चिंताजनक है. 


पूर्व सीएम अजीत जोगी की तबीयत में मामूली सुधार, हालत अब भी चिंताजनक


हालांकि रविवार सुबह डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत में मामूली सुधार था, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक ही बनी हुई है. दरअसल, कल अजीत जोगी ने गंगा इमली खायी थी. इसी दौरान गलती से इमली का बीज उनकी सांस की नली में फंस गया था. जिसके बाद उन्हें पहले रेस्पेरेटरी अरेस्ट और फिर कॉर्डियक अरेस्ट (दिल का दौरा) आ गया था. हालांकि बाद में डॉक्टरों ने उनकी सांस की नली में फंसे इमली के बीज को निकाल दिया था.