भोपालः दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का असर अब मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल सकता है. कांग्रेस नेताओं ने आशंका जताई है की बीजेपी नगरीय निकाय चुनाव टालने की कोशिश में जुटी है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी इस कोशिश में जुटी है कि नगरीय निकाय चुनाव को कुछ समय के लिए आगे बढ़ाया जाए. वही बीजेपी ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास आरोप लगाने के अलावा कोई मुद्दा नहीं बचा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जनता की नाराजगी से बचना चाहती है बीजेपी
कांग्रेस नेता चंद्र प्रभाष शेखर और पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नए कृषि कानून को लेकर किसानों में आक्रोश है. वहीं पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम, गैस सिलेंडर का महंगा होना, बिजली के बढ़े हुए दामों से जनता में नाराजगी है.  कांग्रेस लगातार जनता की आवाज उठा रही है. इसलिए सरकार चुनाव टालने की कोशिश कर रही है.


ये भी पढ़ेंः बैतूल जिले में मिले प्राचीन मानव सभ्यता के चिन्ह, कभी यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में भी मिले थे ऐसे ही निशान


इलेक्शन के लिए तैयार, कोरोना के चलते हो सकती है देरीः बीजेपी
कांग्रेस पार्टी के नगरीय निकाय चुनाव टालने की आशंका के आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया. बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने कहा कि कांग्रेस के पास आरोप लगाने के आलावा कोई काम नहीं बचा है. कांग्रेस जब सरकार में थी तब वादा करके भी किसानों का कर्जमाफ नहीं किया और अब किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है. बीजेपी ने नगरीय निकाय चुनाव की पूरी तैयारी कर ली है लेकिन कोरोना के चलते निकाय चुनाव में देरी हो सकती है. उन्होंने कहा कि फरवरी तक नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है.


विरोध को भुनाना चाहती है कांग्रेस
माना जा रहा है कि महंगाई के मुद्दे को कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में भुनाना चाहती है. यही वजह है कि कांग्रेस नेता एक सुर में यही मांग कर रहे हैं कि नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द से जल्द होना चाहिए. राजनीतिक जानकारों की माने तो कांग्रेस पार्टी को लग रहा है कि नगरी निकाय चुनाव के लिए यह बेहतर समय है जब सरकार को कई मुद्दों पर एक साथ घेरा जा सकता है.


ये भी पढ़ेंः शादी के 40 दिन बाद पति हो गए थे शहीद, अब सेना में लेफ्टिनेंट बनेगी पत्नी


अब तक नहीं हुआ चुनावों का ऐलान
दरअसल, नगरीय निकाय चुनाव 2020 में होने थे. लेकिन कोरोना के चलते निकाय चुनाव एक साल के टाल दिए गए. उपचुनाव के बाद निकाय चुनाव की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हो गयी. प्रदेश में निकायों के आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी हो गयी. जिससे लग रहा था कि निकाय चुनाव जनवरी में कराए जा सकते है. लेकिन अब एक तरफ कांग्रेस नेताओं ने जहां निकाय चुनाव टालने की आशंका जताई है तो बीजेपी ने भी फरवरी में निकाय चुनाव कराने की बात कही है.


ये भी पढ़ेंः कमलनाथ सरकार की जिस योजना को बताया था फर्जी, अब उसी का 'प्रचार' कर रही एमपी गवर्नमेंट


ये भी देखेंः लिस्टेड बदमाश अतर बैग के अवैध मकान पर चला बुल्डोजर, देखें Video


बैग छीन पेड़ पर चढ़कर बंदर उड़ाने लगा 500 के नोट, देखिए Video


WATCH LIVE TV