MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 5 बजे से प्रचार थम गया है. 17 नवंबर को प्रदेश के सभी विधानसभा सीटों के लिए एक साथ मतदान किया जाएगा. ऐसे में बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने चुनाव आयोग से नई मांग रखी है. बसपा ने चुनाव आयोग से ग्वालियर-चंबल संभाग की सभी विधानसभाओं  को अति संवेदनशील घोषित करने की मांग की है. 


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बसपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखा है. बसपा का तर्क है कि ग्वालियर चंबल संभाग की सभी विधानसभा सीटों पर दबंगों का बोलबाला है. यहां बात-बात पर गोलियां चलती हैं. इसलिए सभी विधानसभाओं को अति संवेदनशील घोषित किया जाय.


बसपा के लिए क्यों खास है ग्वालियर-चंबल
मध्य प्रदेश विधानसभा सभा चुनाव में सभी की नजरे ग्वालियर-चंबल संभाग पर टिकी हुई हैं. सियासी तौर पर यह रीजन मालवा-निमाड़ के बाद सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है. ग्वालियर-चंबल संभाग में कुल 34 विधानसभा सीटें आते हैं. इन सीटों का इतिहास यह है कि जो पार्टी इस रीजन में सबसे ज्यादा सीटें जीतते हैं मध्य प्रदेश में उसी पार्टी की सरकार बनती है. प्रदेश में कुल 11 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. इसमें से कुल 9 बार यही ट्रेंड रहा है. 


बसपा ग्वालियर-चंबल में तीसरी बड़ी पार्टी
ग्वालियर-चंबल रीजन में वोट शेयर के मामले में बसपा तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. बसपा कई सीटों पर भाजपा और कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकती है. चंबल संभाग में दोनों दलों के बागी या अंतर्कलह इन्हें नुकसान पहुंचा रही है. बल्कि सीधे सीधे इस इलाके में बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस औऱ बीजेपी दोनों को सीधे सीधे हिट कर रही है. इस इलाके में इन दलों से बागी हुए लोगों को बीएसपी ने टिकट देकर उतार दिया है जो कांग्रेस बीजेपी दोनों के टिकट काटेंगे.