MP Chunav: सरकार से लड़ीं, कांग्रेस ने भी किया सपोर्ट, फिर भी निशा की `आशा` रह गई अधूरी
MP VidhanSabha Chunav 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे कांग्रेस में शामिल हो गई हैं. उन्होंने औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ले ली है. निशा बांगरे सुबह कमलनाथ से मिलने पहुंची और नामांकन रैली के दौरान कमलनाथ ने उन्हें सदस्यता दिलाई.
MP Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे कांग्रेस में शामिल हो गई हैं. उन्होंने औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ले ली है. निशा बांगरे सुबह कमलनाथ से मिलने पहुंची और नामांकन रैली के दौरान कमलनाथ ने उन्हें सदस्यता दिलाई. इस दौरान पीसीसी चीफ कलनाथ ने कहा कि निशा बांगरे चुनाव नहीं लड़ रही हैं पार्टी में उनकी जरूरत है.
एक दिन पहले ही मध्य प्रदेश सरकार ने निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर किया है. निशा बांगरे बैतूल जिले की आमला विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं. उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया थ. वे कांग्रेस से टिकट मांग रही थीं. हालांकि, कांग्रेस ने इस्तीफा मंजूरी से कुछ घंटे पहले ही मनोज मालवे को टिकट दिया है. कांग्रेस की ओर से टिकट के ऐलान और निशा बांगरे की ओर चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद आमला विधानसभा सीट पर पेंच फंस गया था.
कौन है निशा बांगरे
निशा बांगरे राज्य शासन 2018 बैच की अधिकारी हैं. वे मध्य प्रदेश में डिप्टी कलेक्टर के पद पर तैनात थीं. निशा बांगरे ने बीते जून महीने में ही इस्तीफा दे दिया था लेकिन सरकार ने उनका इस्तीफा नहीं मंजूर किया था. निशा ने इस्तीफा न स्वीकार होने की स्थिति में सीएम आवास के बाहर आमरण अनशन करने तक की बात कह डाली थी. कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद अब मध्य प्रदेश सरकार ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
इस्तीफे के लिए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची निशा
इस्तीफे के मामले में निशा बांगरे सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुकी हैं. सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट से मामला जल्द निपटाने को कहा था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को 23 अक्टूबर तक फैसला लेने के लिए वक्त दिया था. कांग्रेस राज्य की कुल 230 सीटों में से 229 पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी थी. बस उसने आमला सीट पर प्रत्याशी नहीं घोषित किया था.
रिपोर्ट: सचिन गुप्ता