MP NEWS: देश की राजधानी दिल्ली की तरह मध्य प्रदेश में भी प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. ग्वालियर शहर की हवा सबसे जहरीली हवा हो गई है. ग्वालियर में बीते एक हफ्ते से एयर क्वालिटी इंडेक्स 250 के पार चल रहा है. बुधवार सुबह ग्वालियर का AQI लेवल 263 पहुंच गया. AQI लेवल घातक स्तर तक पहुंचाने के बाद ग्वालियर जिला प्रशासन और प्रदूषण विभाग हरकत में आ गया है. 


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प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए ग्वालियर जिला प्रशासन और प्रदूषण विभाग ने धुआं उगलने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. सुबह से दोपहर 12 बजे तक ग्वालियर शहर में करीब 300 से ज्यादा वाहनों का प्रदूषण स्तर चेक किया. इनमें 150 से ज्यादा वाहन प्रदूषण फैलाने वाले निकले हैं. इनके खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई है.


मध्य प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर बना ग्वालियर
एक दिन पहले ग्वालियर का AQI लेवल 338 के पार पहुंच गया था. इस स्तर के बाद ग्वालियर मध्य प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया था. AQI लेवल 310 के साथ भोपाल दूसरे,  AQI लेवल 282 इंदौर तीसरे और AQI लेवल 202 के साथ सिंगरौली चौथा सबसे प्रदूषित शहर था. एक्सपर्ट्स के मुताबिक 201-300 के बीच के AQI स्तर को पुअर और 301-400 के स्तर को वेरी पुअर यानी बहुत खराब स्तर का माना जाता है. 


हर साल ठंड में बढ़ता है प्रदूषण
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सर्दियों के मौसम में आम तौर पर एक्यूआई बढ़ता ही है. ठंड में वाहनों से निकलने वाली हानिकारक गैसें एक्सपेंड नहीं हो पाती. जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, गैस व धूल के कण वायुमंडल में देर तक ठहरते हैं, इससे एक्यूआई बढ़ता है. दिल्ली में इसी वजह से प्रदूषण स्तर बढ़ता जा रहा है कि पिछले दिनों दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में  AQI लेवल 700-800 के बीच पहुंच गया. सरकार एहतियात के तौर पर स्कूलों की छुट्टी दी है. साथ ही पुराने वाहनों पर प्रतिबंध लगाया है. 


रिपोर्ट: प्रियांशु यादव, ग्वालियर