MP Assembly Election: खंडवा और बालाघाट के पोस्टल बैलेट मामले में खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि जो दोषी है उनपर कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने दिग्विजय सिंह के बहाने कांग्रेस पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा - कांग्रेस हमेशा से तिकड़म की राजनीति करती है. 


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सांसद ने कहा कि दिग्विजय सिंह भी कहते थे कि चुनाव विकास से नहीं बल्कि मैनेजमेंट और तिकड़म से जीते जाते हैं. उन्हें तिकड़मबाजी आती है, जबकि भाजपा विकास की बात करती है. हमें भरोसा है कि जनता ने एक बार फिर भाजपा को ही आशीर्वाद दिया है. चुनाव आयोग के निर्देश पर  बालाघाट में नोडल अधिकारी को सस्पेंड किया गया है.  वहीं खंडवा में भी पोस्टल बैलेट मामले को लेकर कलेक्टर से जवाब मांगा गया है. खंडवा में  चुनावी ड्यूटी पर आए पुलिसकर्मियों से मतदान के दो  दिन बाद पोस्टल बैलेट से मतदान करवाया गया था. 


क्या है मामला
मतदान की मतगणना 3 दिसंबर को होनी है उससे पहले ही बालाघाट में मतपत्रों की पेटियां खोली थीं. बालाघाट के पॉलिटेक्निक कॉलेज में कंट्रोल रूम में रखी मतपत्रों की पेटियों को अधिकारियों-कर्मचारियों ने खोल लिया था. ये डाक मतपत्रों की पेटियां थीं. कांग्रेस ने इस पर ऑब्जेक्शन उठाया और शिवराज सरकार पर आरोप लगाए. मध्य प्रदेश कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं ने ट्विटर पर सवाल भी उठाए. 


लापरवाही करने वाले अधिकारी निलंबित
बालाघाट जिला निर्वाचन अधिकारी को मामले की जानकारी नहीं थी. कलेक्टर ने बताया कि बिना जानकारी दिए तहसील कार्यालय में बैलेट पेपर की सॉर्टिंग का कार्य किया जा रहा था. लापरवाही पर एआरओ व लालबर्रा तहसीलदार हिम्मत सिंह भवेदी को चुनाव आयोग ने  निलंबित किया. एआरओ ने 3 बजे के बजाए अस्थाई स्ट्रॉन्ग रूम में पोस्टल बैलेट 1.30 बजे ही खोल दिए. बालाघाट कलेक्टर ने कहा कि बैलेट पेपर की सार्टिंग का काम 02 दिसंबर को होना था.


रिपोर्ट: प्रमोद सिन्हा, खंडवा