Kukshi Election Result: धार जिले की कुक्षी विधानसभा सीट भी जिले की अहम सीट मानी जाती है. इस बार के चुनाव में कांग्रेस को यहां से फिर जीत मिली है. बता दें कि पिछले दो चुनावों से यहां कांग्रेस बड़ी जीत दर्ज करती आ रही है. जबकि बीजेपी को यहां करारी हार का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इस बार यहां दोनों पार्टियों ने पूरा जोर लगाया है. खास बात यह है कि दोनों ही पार्टियों ने युवा चेहरों पर ही दांव खेला था. 


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2023 में ऐसा रहा परिणाम
कांग्रेस -  बघेल सुरेन्‍द्र सिंह हनी 114464 
बीजेपी- भिंडे जयदीप पटेल 64576 
कांग्रेस की 49888  वोटों से जीत


बीजेपी-कांग्रेस में टक्कर 


बीजेपी ने यहां से इस बार युवा प्रत्याशी जयदीप पटेल को चुनाव लड़ाया है. जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक सुरेंद्र सिंह हनी बघेल को ही प्रत्याशी बनाया था. 2018 में कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह हनी बघेल ने बीजेपी के प्रत्याशी को 60 हजार वोटों से चुनाव हराया था. कुक्षी में बीजेपी ने इस बार पूरा जोर लगाया है, सीएम शिवराज ने लगातार जयदीप पटेल के समर्थन में सभाएं की हैं, जबकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी यहां सभा कर चुके हैं. 


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2018 में कांग्रेस को मिली थी बड़ी जीत 


कुक्षी विधानसभा सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह बघेल को बड़ी जीत मिली थी. सुरेंद्र सिंह बघेल ने 67 फीसदी यानी 108,391 वोट हासिल किए जबकि बीजेपी के वीरेंद्र सिंह को 45,461 वोट मिले थे. सुरेंद्र सिंह बघेल ने 62,930 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की है. बता दें कि कुक्षी सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है, सूबे की पूर्व उपमुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेत्री जमुना देवी भी इस सीट से विधायक रह चुकी हैं. 


कुक्षी सीट का सियासी समीकरण 


मध्यप्रदेश की कुक्षी विधानसभा सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. 1952 से 2018 तक 16 बार चुनाव हुए हैं. इसमें एक उपचुनाव भी शामिल है. 13 बार यहां कांग्रेस जीती है. जबकि भाजपा दो बार और एक बार जनसंघ को जीत मिली. यानी ये सीट कांग्रेस का गढ़ रही है. यहां 1990 के चुनाल में रंजना बघेल विधायक चुनी गई थी. उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार जमुना देवी को हराया था. जमुना देवी 1998 के बाद 2003 और 2008 के चुनाव में भी विजयी रही थीं. इससे पहले 1952 और 1985 में भी चुनी गई थीं. इसके बाद जमुना देवी का निधन हुआ तो 2011 में हुए उपचुनाव में बीजेपी ने यह सीट कांग्रेस से झटक ली. हालांकि 2013 में कांग्रेस ने फिर इस सीट को हासिल किया.


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