Harsud assembly seat: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कुछ सीटें ऐसी हैं, जिस पर सभी का फोकस रहने वाला है. इन्हीं सीटों में से एक हरसूद विधानसभा सीट भी है. यहां से कांग्रेस ने फिर सुखराम साल्वे भरोसा जताया है, वहीं बीजेपी ने विजय शाह को टिकट दिया है.


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बता दें कि हरसूद सीट भी खंडवा की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है और यहां से वन मंत्री कुंवर विजय शाह विधायक हैं.  विजय शाह गोंड जाति से आते हैं. वो यहां लगातार 7 बार के विधायक है. यहां उनका 33 सालों से एकछत्र राज है. 


हरसूद सीट का राजनीतिक इतिहास
हरसूद की सीट 1977 में अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए रिजर्व घोषित हुई थी. तब कांग्रेस इस सीट पर 1985 में जीत हासिल कर पाई थी. तभी से कांग्रेस को यहां पर जीत नहीं मिली है. हरसूद की विधानसभा सीट से विजय शाह 7वीं बार विधायक है. विजय शाह यहां से अजेय हैं, ऐसा कहा जाता है कि वो जब भी यहां से लड़ेंगे जीतेंगे ही. पिछले 14 चुनावों की बात करें तो 8 बार भाजपा, 3-3 बार कांग्रेस व स्वतंत्र पार्टी हरसूद में विजय रही है. 


विजय शाह का मजबूत किला हरसूद
बता दें कि 1990 से लगातार ही यहां से बीजेपी जीतती आ रही है. भाजपा के कुंवर विजय शाह यहां के विधायक हैं. उसके बाद 1993, 1998, 2003, 2008, 2013 और 2018 विजय शाह हरसूद से विधानसभा से विधायक है. शाह भाजपा के लिए एक ऐसा चेहरा बनकर उभरे हैं, जिनकों हराने का फॉर्मूला अभी तक कांग्रेस ढूंढ नहीं पाई है. विजय शाह पहली बार मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के मंत्रिमंडल में शामिल हुए, उसके बाद वो शिवराज सरकार के मंत्रीमंडल में शामिल रहे. बीजेपी ने अब उनपर फिर विश्वास जताया है.


कांग्रेस की तरफ से सुखराम को टिकट
वहीं बात अगर कांग्रेस की करे तो इस बार हरसूद विधानसभा सीट से सुखराम साल्वे को फिर अपना प्रत्याशी बनाया है. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें विजय शाह ने 18949 मतों के बड़े अंतर से पराजित किया था. भाजपा को यहां 52 प्रतिशत नंबर मिले थे, वहीं कांग्रेस को महज 39%. अब इस बार कांग्रेस किस तरह से प्रदर्शन करती है ये देखने वाल बात होगी.