MP Election: प्रचार का प्रेशर, सेल्फी के चक्कर में चोटिल हुए यह दिग्गज प्रत्याशी, अस्पताल में चल रहा इलाज
MP Election: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान सेल्फी का क्रेज भी जमकर देखा जा रहा है, इसी चक्कर में एक निर्दलीय प्रत्याशी चोटिल हो गए.
MP Election: मध्यप्रदेश विधानसभा (MP Assembly Election)चुनाव में सभी दलों और प्रत्याशियों ने अपने चुनाव प्रचार अभियान को तेज कर दिया है. इसी कारण जनसभाएं, रैलियों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. खास बात यह है कि प्रचार के दौरान इस बार सेल्फी का भी जमकर क्रेज देखा जा रहा है. प्रचार के दौरान समर्थक अपने प्रत्याशियों के साथ सेल्फी लेने की होड़ में रहते हैं. लेकिन इंदौर जिले की महू विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे एक प्रत्याशी को सेल्फी के चक्कर में चोट लग गई.
अंतर सिंह दरबार को लगी चोट
इंदौर के महू विधानसभा (Mhow Vidhansabha) से कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी अंतर सिंह दरबार ( Antar Singh Darbar) को चुनाव प्रचार के दौरान सेल्फी लेते हुए चोट लग गई. जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि डॉक्टर ने बताया कि उन्हें ज्यादा गंभीर चोट नहीं आई हैं.
यह है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि अंतर सिंह अपने क्षेत्र में कोदरिया गांव जनसंपर्क के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान एक युवक ने उनसे सेल्फी लेने का आग्रह किया. फोटो लेने के दौरान सेल्फी स्टिक से उनके सिर पर लगा जिससे उनका बैलेंस बिगड़ गया, इससे अंतर सिंह दरबार का पैर फिसल गया जिससे वह गिर गए. गिरने के कारण उनके सिर और पैर पर गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अंतर सिंह दरबार के बेटे अनूप सिंह ने उनके इलाज के बारे में पूरी जानकारी दी है. इंदौर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. घटना की जानकारी मिलने के बाद उनके समर्थकों की भीड़ अस्पताल के बाहर लग गई थी जिसे बाद में शांत कराया गया.
अंतर सिंह दरबार
बता दें कि कांग्रेस से विधायक रह चुके अंतर सिंह दरबार इस बार टिकट न मिलने पर नाराज होकर पार्टी छोड़ दी और इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है. बता दें कि ये कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक माने जाते थे. इंदौर के अंदर आने वाली इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से वर्तमान विधायक उषा ठाकुर मैदान में है. कांग्रेस से रामकिशोर शुक्ला को उम्मीदवार बनाया गया है. जबकि अंतर सिंह दरबार के निर्दलीय चुनाव लड़ने से यहां मुकाबला दिलचस्प बना हुआ है.