Ashta Election Result: सीहोर के आष्टा में गोपाल सिंह जीते, जानिए कितने वोटों से कांग्रेस को हराया
MP Vidhan Sabha Chunav Result: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव रिजल्ट (Election Result 2023) के लिए मतगणना पूरी हो गई है. यहां हम आपको सीहोर जिले (Sehore News) की आष्टा विधानसभा (Ashta Vidhan Sabha Result) का रिजल्ट बता रहे है.
MP Election Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav Result) के लिए मतगणना पूरी हो गई है. प्रदेश में फिर बीजेपी ने सत्ता हासिल कर ली है. वहीं आष्टा विधानसभा सीट से बीजेपी के गोपाल इंजीनियर ने जीत हासिल की है.
बता दें कि राज्य में कुल 77.15 फीसदी मतदान हुआ है. ये साल 2018 के चुनावों के मुकाबले 2 फीसदी ज्यादा है. अब मतदान के बाद सभी को चुनाव परिणामों का इंतजार है जिसका अंत 3 दिसंबर को हो रहा है. आइये समझते हैं सीहोर (Sehore News) की आष्टा सीट (Ashta Vidhan Sabha Result) में जनता ने किसे पक्ष में मतदान किया है और यहां के समीकरण के साथ चुनावी इतिहास क्या है.
2023 चुनाव परिणाम
बीजेपी- गोपाल सिंह इंजीनियर 118750
कांग्रेस- कमल सिंह चौहान 110847
बीजेपी 7903 वोटों से जीती
कौन-कौन है प्रत्याशी
सीहोर की आष्टा से विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने गोपाल सिंह को मैदान में उतारा है. उनके सामने कांग्रेस ने कमल चौहान को चुनाव मैदान में उतारा है. चुनाव कैंपेन के दौरान दोनों दलों में कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. अब परिणाम में जनता का फैसला साफ है.
कितना हुआ है मतदान
विधानसभा चुनाव के लिए पूरे मध्य प्रदेश के साथ ही सीहोर में 17 नवंबर को मतदान हुआ था. इसमें इलाके की जनता ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अगली सरकार में सहभागिता के लिए अपने विधायक का चुनाव किया. सीहोर की बात करें तो यहां कुल 84.4 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं अगर आष्टा विधानसभा की बात करें तो यहां के 84.18 फीसदी लोगों ने मतदान किया था.
2018 चुनाव परिणाम
आष्टा में 2018 के चुनाव परिणाम की बात करें तो यहां से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे रघुनाथ सिंह मालवीय अपने कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंदी गोपाल सिंह इंजीनियर को हरा दिया था. साल 2018 में आष्टा में जनता ने बीजेपी को-92 हजार वोट दिए थे. इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में कांग्रेस- 86 हजार वोट पहुंचे थे. जबकि, अन्य के खाते में बाकी के वोट गिरे थे.
2023 से पहले मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. हालांकि, 2020 में सेनेरियो बदला और सिंधिया के साथ बगावत कर कुछ विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बनाई और प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव हुए.