कांग्रेस ने खोला सिंधिया का काला चिट्ठा, बताया कहां-कहां कब्जा रखी है सरकारी जमीन
मध्य प्रदेश उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग जारी है. कांग्रेस लगातार बीजेपी से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगा रहे हैं. आज भी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिंधिया परिवार पर जमीनों पर हेराफेरी का आरोप लगाया गया है.
ग्वालियर: मध्य प्रदेश उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग जारी है. कांग्रेस लगातार बीजेपी से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगा रहे हैं. आज भी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करसिंधिया परिवार पर जमीनों पर हेराफेरी का आरोप लगाया. कांग्रेस ने कहा कि कि माहोरकर के बाड़ा पर सिंधिया परिवार के द्वारा अवैध कब्जा किया गया और इसके अधिकांश हिस्से को बेच दिया गया और जो हिस्सा बचा उस पर अवैध निर्माण कर किराया वसूली की जा रही है. इस संपत्ति की कीमत लगभग 360 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
कांग्रेस ने सिंधिया पर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि यह जमीन इन्वेंटरी की सूची क्रमांक एक में दर्ज नहीं है फिर भी अधिकारियों से सांठगांठ कर इस संपत्ति को सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट के नाम दर्ज करा लिया गया और इसे एक-एक करके बेचा गया, यह जय विलास पैलेस से लगा हुआ रकबा नंबर 642 के रूप में अंकित है. कांग्रेस का कहना है कि इस जमीन को लेकर कलेक्टर न्यायालय में कई बार केस चले और कलेक्टर न्यायालय ने खुद माना कि यह जमीन सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट की नहीं बल्कि सरकारी है लेकिन उसके बावजूद भी तत्कालीन तहसीलदार ने एक प्रकरण में आदेश देते हुए इस जमीन को सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट के नाम चढ़ा दिया है.
सिंधिया के खिलाफ खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा- कांग्रेस
कांग्रेस ने मांग की है कि इस पूरे मामले को लेकर मध्य प्रदेश सरकार को ठोस कदम उठाए जाने चाहिए और सिंधिया देवस्थान के ट्रस्टीस के खिलाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए, इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इस मामले में संज्ञान नहीं लिया तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे.
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बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार
वहीं कांग्रेस के इन आरोपों पर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने पलटवार किया है और कहा है कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस की जमीन सिंधिया के जाने के बाद खिसक गई है यही कारण है कि वह जमीन की बातें करते हैं. यदि उन्हें जमीनों की इतनी ही चिंता है तो वह सज्जन सिंह वर्मा की भी बात करें जिन्होंने 15 महीने की कांग्रेस सरकार में इंदौर की कई बेशकीमती जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया है. इतना ही नहीं पूर्व मंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कमलनाथ जब मध्यप्रदेश में आए थे तो एक झोला लेकर आए थे वह आखिर कैसे इतने बड़े उद्योगपति बन गए इस बात की भी चर्चा होनी चाहिए.
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