त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मालिक राजेश शर्मा के खुलेंगे काले चिट्ठे, रिटायर्ड IAS भी IT के रडार पर
Madhya Pradesh Big News: भोपाल में चली रेड के बाद कई बड़े नाम रडार पर हैं. इसमें से सौरभ शर्मा, त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मालिक राजेश शर्मा पर नकेल तेज की है. जांच एजेंसियां अब रिटायर्ड IAS और शहर के बड़े व्यापारियों के बीच के कनेक्शन पर भी जांच कर रही है.
Bhopal Raid On Trishul Construction: IT की अब तक की कार्रवाई में त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा और अन्य प्रॉपर्टी डीलर के जरिये बेनामी संपत्तियों के खरीदने के दस्तावेज मिले हैं. बताया जा रहा है कि जहां से सोना भरी लावारिस कार मिली थी उस क्षेत्र में राजेश शर्मा के जरिये करोड़ों रुपए की संपत्ति खरीदी गई. साथ ही रातीबड़, नीलबड़, मेंडोरी, और अन्य जगह राजेश शर्मा के जरिए ब्लैक मनी का निवेश किया गया. इसके बाद से त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा की तलाश जारी है. साथ ही IT के रडार पर अब रिटायर्ड IAS और बड़े बड़े व्यापारी भी हैं. सभी के तार कैसे कहां से जुड़े हैं इसपर छानबीन की जा रही है.
IAS अधिकारी और व्यापारियों से क्या संबंध
त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मालिक राजेश शर्मा के रिटायर्ड IAS अधिकारी और व्यापारियों से क्या संबंध है वो जांच एजेंसियां खंगाल रही है. IT के अलावा लोकायुक्त की टीम भी सौरभ शर्मा से राजेश शर्मा और अन्य आरोपियों के संबंध जोड़ रही है. बता दें हाल ही में सोने और कैश से भरी कार का मालिक चेतन गौर भी त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मालिक राजेश शर्मा का करीबी बताया जा रहा है. ऐसे में जांच कई एंगलों से की जा रही है,जैसे सेंट्रल पार्क इंफ्रा प्रोजेक्ट किस किस के पैसे लगे हैं.
सौरभ शर्मा अपनी पत्नी के साथ दुबई भागा
रेड के पहले ही आरटीओ का पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा अपनी पत्नी के साथ दुबई भाग चुका है. अब जांच एजेंसियां उसे दुबई से लाने के लिए लुकआउट नोटिस जारी कर रही है. इन सब कड़ियों को जोड़ने के लिए कथित एजेंट विश्वनाथ साहू का गिरफ्तार होना अहम बताया जा रहा है, जिसके बाद कई राज खुल सकते हैं. रेड के बाद से एजेंट विश्वनाथ साहू भी फरार है. आरोप है कि विश्वनाथ साहू त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मालिक राजेश शर्मा के साथ मिलकर व्यापारियों और वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स के पैसे रियल स्टेट में ठिकाने लगाने का काम करता था.
नेता प्रतिपक्ष के बड़े आरोप
दो दिन पहले नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटाने ने भी पीसी कर बड़े आरोप लगाए थे. उन्होंने दावा किया था कि आरटीओ के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा का कनेक्शन पूर्व मुख्य सचिव इकबाल बैस से जुड़ा है. आरोप है कि बैंस ने पद का दुरुपयोग किया और ग्रीन बेल्ट के नियमों में छूट दी.