भोपाल का धनकुबेर: 7 साल की नौकरी करोड़ों की संपत्ति, कार से मिले 52 किलों सोने से भी है कनेक्शन ?
Bhopal: भोपाल में लोकायुक्त और इनकम टैक्स की छापेमार कार्रवाई में एक पूर्व ट्रांसपोर्ट कॉन्स्टेबल के घर पर करोड़ों की संपत्ति मिली है, जबकि उसने नौकरी महज सात साल ही की है.
भोपाल में रहने वाले पूर्व ट्रांसपोर्ट कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकानों पर जब लोकायुक्त और इनकम टैक्स की टीम ने कार्रवाई की तो अधिकारी भी हैरान रह गए, क्योंकि शायद अधिकारियों ने जितना सोचा नहीं था उससे भी कही ज्यादा संपत्ति सौरभ शर्मा के पास मिली है. बताया जा रहा है कि लोकायुक्त और इनकम टैक्स की टीम को उसके घर से करोड़ों की संपत्ति मिली है, जिसमें सोना-चांदी के साथ बड़ी मात्रा में नगदी भी मिली है. बताया जा रहा है कि सौरभ ने महज सात साल ही नौकरी की थी, ऐसे में इतनी संपत्ति मिलना बड़ी बात माना जा रहा है. सौरभ शर्मा इस समय भोपाल में नहीं है उसकी लोकेशन देश से बाहर दुबई में मिली है.
2 क्विंटल चांदी की सिल्ली मिली
सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई में 2 क्विंटल चांदी की सिल्ली मिली है, इसके अलावा 10 किलो चांदी के जेवर और 50 लाख का सोना भी मिला है. इतना ही नहीं तीन करोड़ रुपए की नगदी भी सौरभ के घर से मिली है. जिससे यह सवाल भी उठ रहा है कि परिवहन विभाग में कॉन्स्टेबल रहे सौरभ शर्मा ने इतनी संपत्ति बनाई कैसे. क्योंकि नौकरी लगने के सात साल बाद ही उसने इस्तीफा दे दिया था. ऐसे में सौरभ का कनेक्शन बड़ा माना जा रहा है.
सौरभ शर्मा के घर में मिली संपत्ति
दो लग्जरी कारें घर में मिली
3 करोड़ रुपए की नगदी
50 लाख रुपए का सोना
दो क्विटंल चांदी की सिल्ली
चांदी के जेवर 10 किलो
नोट गिनने की सात मशीनें भी घर में मिली.
भोपाल में एक निर्माणाधीन बंगला और एक स्कूल
भोपाल, इंदौर और ग्वालियर शहरों में प्रॉपर्टी
तीन अलग-अलग बैंकों में खाते खुले हैं, इन सभी की भी जांच होगी.
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2016 से 2023 तक की सरकारी नौकरी
सौरभ शर्मा को नौकरी उसके पिता के स्थान पर मिली थी. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सौरभ के पिता स्वास्थ्य विभाग में तैनात थे, लेकिन जब उनकी मौत के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति मिली तो उसे स्वास्थ्य विभाग की जगह परिवहन विभाग में तैनाती मिली. इसके बाद उसने परिवहन विभाग में पूरे सात साल काम किया. लेकिन 2023 में उसने नौकरी से इस्तीफा दे दिया. उसने तीन महीने का नोटिस पीरियड भी पूरा नहीं किया था. सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार यह बात जरूर सामने आई है कि 2016 से लेकर 2023 तक परिवहन विभाग में उसकी तगड़ी पकड़ हो गई थी. ऐसे में संपत्ति का सीधा कनेक्शन इसी से जुड़ता दिख रहा है.
कार में मिले 52 किलो सोने से भी जोड़ा जा रहा कनेक्शन
खास बात यह है कि राजधानी भोपाल में लोकायुक्त की टीम को एक कार से 52 किलो सोने की सिल्लियां और 11 करोड़ रुपए नगद मिले थे. इसका कनेक्शन भी सौरभ शर्मा से जोड़ा जा रहा है. क्योंकि कार चेतन गौर नाम के व्यक्ति पर है जो सौरभ शर्मा का दोस्त बताया जा रहा है. दरअसल, जब लोकायुक्त की टीम सौरभ के ठिकानों पर कार्रवाई कर रही थी, उसी दौरान 19 और 20 दिसंबर की रात में लोकायुक्त की एक और टीम को मेंडोरा के जंगलों में यह कार मिली थी, जिससे करोड़ों का सोना और नगदी मिली. हालांकि इनकम टैक्स अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल यह बात स्पष्ट नहीं है कि कार में मिली संपत्ति का कनेक्शन भी सौरभ से है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.
बता दें कि सौरभ शर्मा मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है. जबकि उसका दोस्त चेतन गौर भी ग्वालियर का ही रहने वाला है. ऐसे में सौरभ के घर से मिली संपत्ति और कार में मिली संपत्ति के बाद हर एंगल से जांच की जा रही है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में लोकायुक्त इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकता है.
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