चुनाव में जीत की चिंता छोड़ कांग्रेस-बीजेपी का कुछ अलग ही चल रहा, बही खाते जोड़ने में जुटे
सोमवार को मध्य प्रदेश में उप चुनाव का प्रचार खत्म होते ही कांग्रेस बीजेपी जीत हार पर मंथन करने की जगह एक दूसरे के बही खाते जोड़ने में लग गई. किसने कितनी रैली की, कौन कहां गया, कहां नहीं गया.
MP Politics Latest News: सोमवार को मध्य प्रदेश में उप चुनाव का प्रचार खत्म होते ही कांग्रेस बीजेपी जीत हार पर मंथन करने की जगह एक दूसरे के बही खाते जोड़ने में लग गई. किसने कितनी रैली की, कौन कहां गया, कहां नहीं गया. वोटिंग से एक दिन पहले विजयपुर में गोली चली तो कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ ने तुरंत पोस्ट कर सावल खड़े कर दिए. वो बात अलग है कि वो वहां प्रचार करने नहीं गए. इसी को बीजेपी ने मुद्दा बना लिया. उधर कांग्रेस ने सिंधिया को बीच में घसीट लिया ये बोलकर कि बुधनी-विजयपुर में प्रचार करने सिंधिया भी नहीं गए. कांग्रेस का कहना है कि भाजपा में झगड़े हैं. इसी कारण चुनाव प्रचार से ज्योतिरादित्य सिंधिया नहीं दिखे.
महाराष्ट्र और झारखंड में कमलनाथ गायब
कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने तीखा सवाल पूछ लिया कि महाराष्ट्र और झारखंड में भी तो कमलनाथ नहीं दिखे. बात है तो दूर तलक तो जाएगी ही. दरअसल पूरे प्रचार प्रसार पर नजर बनाएंगे तो साफ पता चलेगा कि मध्यप्रदेश की दोनों सीट के लिए कांग्रेस और बीजेपी के दो दिग्गज सिंधिया और कमनलाथ ने दूरी बनाकर रखी. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व सीएम कमलनाथ प्रचार के लिए नही्ं गए तो सवाल तो बनता है. बीजेपी का कहना है कि अगर कमलनाथ देश के नेता हैं तो महाराष्ट्र-झारखंड में क्यों नहीं दिखे. अब इसपर बीजेपी कांग्रेस अपने अपने तरीके से आरोप मढ़ने में लगी है.
बीजेपी के सवाल
एमपी बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने तंज लिया कि 'केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया महाराष्ट्र चुनाव प्रचार में लगे हैं, इसलिए मध्य प्रदेश में नहीं दिखे. बीजेपी में हर नेता के पास अलग-अलग जिम्मेदारी होती है. वे सब अपना अपना काम कर रहे हैं. कांग्रेस के कई नेता गायब हैं, वो बताएं. उमंग सिंघार तो मुंह दिखाकर गायब हैं, भंवर जितेंद्र सिंह गायब हैं. कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि कमलनाथ तो स्टार प्रचारक थे. विजयपुर, बुधनी में कहीं नजर नहीं आए? देश के नेता हैं, महाराष्ट्र-झारखंड के चुनाव में भी कहीं नहीं दिखे.