भोपालः मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान विधायक पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी को बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. शिवराज सरकार ने उन्हें वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कारपोरेशन का चेयरमैन बनाया है. माना जा रहा है कि राहुल सिंह लोधी दमोह विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी भी बनाए जा सकते हैं. 


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उपचुनाव के वक्त छोड़ा था पद, अब मिला कैबिनेट मंत्री का दर्जा 
राहुल सिंह लोधी ने उपचुनाव के दौरान अचानक से कांग्रेस के विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. बीजेपी में शामिल होने के करीब ढाई महीनें बाद उन्हें बीजेपी में शामिल होने का इनाम मिला है. शिवराज सरकार में वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कारपोरेशन का चेयरमेन बनने के बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल गया है. 


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कद्दावर नेता जयंत मलैया को दी थी शिकस्त 
राहुल सिंह लोधी 2018 के विधानसभा चुनाव में पहली बार दमोह विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. राहुल ने इस चुनाव में 7 बार से लगातार चुनाव जीत रहे बीजेपी के कद्दावर नेता और तत्कालीन वित्तमंत्री जयंत मलैया को शिकस्त थी. लेकिन 15 महीने बाद कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद प्रदेश में चली राजनीतिक उठापठक के बीच उपचुनाव के दौरान राहुल सिंह लोधी ने अचानक विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल को बीजेपी की सदस्यता दिलाई थी. 


राहुल इस्तीफा देने के बाद से नहीं लौटे हैं दमोह 
खास बात यह है कि राहुल सिंह लोधी ने विधायक पद से इस्तीफा करीब ढाई महीने पहले दिया था. लेकिन इस्तीफा देने के बाद से ही वे अब तक अपने गृह विधानसभा क्षेत्र दमोह नहीं लौटे थे. राहुल सिंह लोधी को वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कारपोरेशन का निगम अध्यक्ष बनाए जाने के बाद दमोह की सियासत ठंड में भी गर्माने लगी है. माना जा रहा है कि कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलने के बाद अब राहुल सिंह लोधी जल्द ही दमोह लौट सकते हैं. 


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राहुल के भाई कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी से बन चुके हैं विधायक 
खास बात यह है कि राहुल सिंह लोधी के चचेरे भाई और 2018 में बड़ामलहरा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकिट पर विधायक चुने गए प्रद्युम्न सिंह लोधी भी विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे. जिसके बाद उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष बनाया गया था. इसके अलावा उपचुनाव में बीजेपी के टिकिट पर  वे बड़ामलहरा विधानसभा सीट से दोबारा चुनाव जीतने में भी कामयाब रहे थे.  माना जा रहा है कि राहुल सिंह लोधी को बीजेपी में शामिल करवाने में  प्रद्युम्न सिंह लोधी की भूमिका अहम रही है. बता दें कि बीजेपी ने दमोह विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियां तेज कर दी है. राहुल सिंह लोधी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलना इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. इसके अलावा पार्टी ने दमोह उपचुनाव के लिए कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह को दमोह विधानसभा का प्रभारी बनाया है. 


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