झाबुआ: मध्य प्रदेश की झाबुआ सीट से विधायक कांतिलाल भूरिया को लॉकडाउन में धरना देना महंगा पड़ गया. उनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन में कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है. दरअसल, कांतिलाल भूरिया गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अपने समर्थकों के साथ दूसरे राज्यों में फंसे लोगों की मदद की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे.


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विधायक कांतिलाल भूरिया की मांग थी कि दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को सरकार बसों के जरिए उनके घर वापस लाए. झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने आरोप लगाया कि राज्यों में मजदूरी के लिए गए झाबुआ के ग्रामीणों को सुविधाएं नहीं मिल रहीं हैं. इसे लेकर उन्होंने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा, साथ ही धरना भी दिया. इस दौरान उनके बेटे विक्रांत भूरिया और अन्य समर्थक भी मौजूद थे.


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झाबुआ एसडीएम अभय खराड़ी ने बताया कि बिना किसी सूचना और अनुमति के विधायक भारी संख्या में अपने समर्थकों के साथ ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे. उन्हें धारा 144 के साथ-साथ 188 के उल्लंघन का आरोपी पाया गया. जिसके बाद झाबुआ कोतवाली थाने में कांतिलाल भूरिया, उनके बेटे विक्रांत भूरिया समेत 5-6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.