सत्य प्रकाश/ रायपुरः बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) पर नागपुर में जादू टोना का आरोप लगा, जिसके बाद उन्होंने समय से पहले ही वहां कथा खत्म कर दिया और अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कथा कर रहे हैं. रायपुर में आज कथा का तीसरा दिन है. इससे पहले बुधवार को उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर पलटवार करते हुए आरोप लगाने वालों को चुनौती भी दी है और रायपुर दरबार (bageshwar dham divya darbar) आकर सच्चाई देखने को कहा है.


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धीरेंद्र शास्त्री पर लगे आरोप बेबुनियाद
रायपुर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का 20 और 21 जनवरी को दरबार है. वहीं आज के कथा में पूर्व सीएम रमन सिंह और पूर्व मंत्री राजेश मूणत शामिल हुए. रमन सिंह ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर आस्था व्यक्त की और कहा कि ऐसा लग रहा है कि पूरा रायपुर बागेश्वर धाम बन गया है. कथा में आये पंडित-पुजारियों का कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं और ये अराजक तत्व हैं. कथा में कांग्रेस-बीजेपी दोनों ही पार्टी के नेताओं की मौजूदगी दिखी. भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास, कांग्रेस प्रवक्ता अमित श्रीवास्तव और भाजपा प्रवक्ता नलिनेश ठोकने ने पंडित शास्त्री पर आरोप लगाने वालों को निशाने पर लिया. 


जिसको सच देखना है आकर देख ले
बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के खिलाफ वनवासी कथा अभियान चलाएंगे. जी मीडिया से एक्सक्लुसिव बातचीत में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने इसका खुलासा किया. शास्त्री ने नागपुर विवाद को जादू-टोना को बढ़ाने के आरोप के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि घर वापसी अभियान की वजह से मिशनरी उनके पीछे पड़ी है. जिसको सच देखना है वो दरबार में आकर देख लें. 


नागपुर में लगा था आरोप
बता दें कि हाल ही में नागपुर में बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री की रामकथा के दौरान अंध श्रद्धा मूलन के संस्थापक श्यामा मानव ने आरोप लगाया था कि वो वो लोंगों को मूर्ख बनाने का काम कर रहे हैं. यदि वो चमत्कार दिखाते हैं तो उनको 30 लाख रुपये देंगे. इस पर रायपुर में आयोजित रामकथा के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि मैं चुनौती को स्वीकार करता हूं. श्यामा मानव रायपुर आएं मैं टिकट का पूरा खर्च दूंगा.


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