Bhanupratappur by-election: रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों चुनावी गहमा-गहमी बनी हुई है. भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर दोनों पार्टियां (कांग्रेस-बीजेपी) पूरा दम लगाकर प्रचार के लिए लगी हैं. इस बीच भूपेश सरकार के आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बयान से सियासत गरमा गई है. उन्होंने बीजेपी की ओर से बृजमोहन अग्रवाल को प्रभारी बनाए जाने पर सवाल किया है. इसके साथ ही उन्होंने खैरागढ़ उपचुनाव को आदिवासियों का चुनाव बताया है.


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प्रचार में नहीं आते BJP के स्टार प्रचारक
भानुप्रतापपुर उपचुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट और बृजमोहन अग्रवाल को प्रभारी बनाए जाने पर बयान देते हुए मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बीजेपी के केंद्रीय मंत्री खैरागढ़ उपचुनाव के प्रचार में भी आए थे परिणाम सबको पता है. पिछली बार स्टार प्रचारकों की सूची में ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी नाम था वो डर कर नहीं आए. फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम भी था वो भी गायब हो गया.


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आदिवासियों के चुनाव में बनिया क्यों?
उन्होंने कहा कि मुझे अच्छा नहीं लग रहा. ये आदिवासियों का चुनाव हो रहा है, एक बनिया आदमी को प्रभार देने का क्या फायदा? आदिवासी नेता केदार कश्यप, विक्रम उसेंडी, सांसद मोहन मंडावी को प्रभार नहीं दिए. बीजेपी आदिवासियो की कितनी हितैषी ये इसी से पता चल रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस तरह का प्रभारी बना रही जिससे कांग्रेस को फायदा होगा और कांग्रेस भानुप्रतापपुर जीत कर आएगी.


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बीजेपी कांग्रेस लगा रहीं पूरा दम
भानुप्रतापपुर उपचुनाव जीत के लिए कांग्रेस पूरे दमखम के साथ जुटी हुई है. पार्टी ने प्रचार के लिए मंत्रियों के साथ 40 से अधिक विधायकों और पूर्व विधायकों को विधानसभा क्षेत्र में तैनात किया है. कांग्रेस ने जोन, सेक्टर और बूथ स्तर प्रचार अभियान किया तेज चला रही है. इसके साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही हजारों कार्यकर्ता चुनाव में जुट गए हैं. इसके मुकाबले बीजेपी स्टार प्रचारकों में दूसरे राज्यों के आला नेताओं को भी बुला रही है.


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21 प्रत्याशी मैदान में
बता दें कांग्रेस ने स्वर्गीय मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं बीजेपी ने पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम को अपना उम्मीदवार बनाने का ऐलान है. दोनों नेताओं ने नामांकन भर दिया है. इसके अलवा शनिवार तक मैदान में 19 अन्य प्रत्याशी शामिल हैं. हालांकि मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच में ही होना है. अभी 21 नवंबर तक नाम वापसी की डेट है संभवतः कुछ और प्रत्याशी मैदान छोड़ सकते हैं.


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ये है चुनाव का पूरा शेड्यूल
- 10 से 17 नवंबर तक होगा नामांकन
- 18 नवंबर नामांकन की जांच
- 21 नवंबर तक नाम वापसी की आखिरी डेट
- 5 दिसंबर को मतदान
- 8 दिसंबर को आएंगे नतीजे


क्यों कराए जा रहे हैं उपचुनाव
16 अक्टूबर को भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक मनोज सिंह मंडावी का निधन हो गया था. वे धमतरी के सर्किट हाउस में रुके हुए थे, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ गया था. इसके बाद उन्होंने धमतरी अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था. उनके निधन के बाद ये सीट खाली हो गई, जिस कारण यहां उपचुनाव कराए जा रहे हैं.