Chhattisgarh News: जांजगीर/खैरागढ़। छत्तीसगढ़ में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. रह रहकर कहीं न कहीं नगर सरकार या नगर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आ रहा है. कुछ स्थानों पर तो इसमें बीजेपी जीत रही है. लेकिन, कुछ स्थानों पर हार का सामना करना पड़ रहे हैं. कुछ ऐसा ही हुआ जांचगीर चांपा के नैला नगर पालिका में जहां बीजेपी ने कांग्रेस के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तो लाया लेकिन, ये टिक नहीं पाया. इस तरह कांग्रेस कुर्सी बच गई. वहीं खैरागढ़ के छुईखदान में कांग्रेस पार्षद ने इस्तीफा दे दिया.


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नैला नगर पालिका
जांजगीर नैला नगर पालिका अध्यक्ष के लिए बीजेपी द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया है. नगर पालिका के 25 पार्षदों ने मतदान किया जिसमे अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 14 मत और विपक्ष में 11 मत पड़े. इस तरह एक तिहाई बहुमत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में नहीं पड़ने के कारण प्रस्ताव ध्वस्त हो गया और कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल की कुर्सी बची रह गई.


अध्यक्ष पर लगाए थे ये आरोप
बीजेपी की सरकार आने के बाद नगर पालिका में भी कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष को हटाने में लिए बीजेपी पार्षद लामबंद हो गए हैं. नैला अध्यक्ष को भी हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लगा गया था. उन पर भ्रष्टाचार करने और नगर विकास में बाधा डालने का आरोप लगाए गए थे. हालांकि, अविश्वास प्रस्ताव टिक नहीं पाया.


कांग्रेसी के अध्यक्ष के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव के ध्वस्त होने के बाद कांग्रेसियों में खुशी की लहर देखी गई और आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया. अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा और मतदान की प्रक्रिया की गई. पीठासीन अधिकारी SDM की उपस्थिति में प्रक्रिया 12 बजे प्रारम्भ की गई. चर्चा पूरी होने के बाद नगर पालिका उपाध्यक्ष ने अपनी रणनीति में कोई चूक होना बताया और अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल को जीत की बधाई दी.


क्या था गणित
नगर पालिका अध्यक्ष को अपनी सीट बचाने के लिए 25 पार्षदों में सिर्फ 8 पार्षदों का मत कि आवश्यकता थी और 11 मत पा कर कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष ने अपनी साख बचा ली और 31 जनवरी याने कल उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को पारित कराने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.


छुईखदान की पार्षद ने दिया इस्तीफा
सत्ता परिवर्तन के बाद एक ओर जहां नगरीय निकायों में खींचतान जारी है. वहीं नगर पंचायत छुईखदान में कांग्रेस की महिला पार्षद ने इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी में हड़कंप मचा दिया है. वार्ड नं 15 की महिला पार्षद सोनाली देवांगन ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को कांग्रेस द्वारा अस्वीकार किये जाने को कारण बताया है.