शुगर के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है ब्लैक राईस, महासमुंद में हो रही खेती
शुगर के मरीजों के लिए ब्लैक राईस बेहद फायदेमंद होता है. इसकी फसल का देखने के लिए अंतराष्ट्रीय चावल रिसर्च सेंटर साइंटिस्ट महासमुंद में देखने आए.
जनमेजय सिंह/महासमुंद: कृषि में लगातार हो रहे नए प्रयोगों को देखने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए अंतराष्ट्रीय चावल रिसर्च सेंटर के कृषि वैज्ञानिकों ने दौरा किया. शुगर में ब्लैक राईस काफी फायदेमंद होता है, इसकी खेती को भी बढ़ावा देने की बात हुई.
वैज्ञानिकों की टीम ने किया दौरा
अंतराष्ट्रीय चावल रिसर्च सेंटर बनारस संबद्ध हेड ऑफिस फिलीपींस और कृषि महाविद्यालय कांपा के कृषि वैज्ञानिकों डॉ. प्रदीप सेजवाल और डॉ. संदीप भंडारकर की संयुक्त टीम ने महासमुंद क्षेत्र के ग्राम कौंदकेरा के प्रगतिशील कृषक योगेश्वर चन्द्राकर के खेतों का निरीक्षण किया. अपने दो दिवसीय प्रवास में पहले रायपुर जिला के किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं और कामों से रूबरू हुए.
राईस के विभिन्न प्रजातियों के अनुभव किए साझा
वहीं, महासमुंद जिले में योगेश्वर चन्द्राकर के द्वारा लगाए ब्लैक राईस, ग्रीन राईस और रेड राईस के साथ स्थानीय धान की वैरायटी और उनमें आने वाली बीमारियों खरपतवार की समस्याओं, लगाने के तरीकों और उनके उत्पादन की जानकारी को साझा किया. डॉ. प्रदीप सेजवाल खुर्रा बोनी पर विशेष रूप से दक्षता रखते है और रिसर्च कर रहे हैं.
विभिन्न राज्यों में प्रशिक्षण कार्य मे सहभागी बनने किया आमंत्रित
डॉ. सेजवार ने फसल की तारीफ करते हुए जैविक कृषि के पहल की बात कही. डॉ. सेजवार ने अपने स्तर पर राष्ट्रीय एवं अंतरष्ट्रीय मार्केट में इन नवीन धान उत्पादन के लिए मार्केट उपलब्ध कराने का विश्वास दिलाया. डॉ. सेजवार ने खरपतवार की प्रजातियों का भी बारीकी से परीक्षण किया. वहींं, उनके कारण और सुझाव भी दिए. उन्होंने कृषक योगेश्वर चन्द्राकर के आग्रह पर किसानों को कृषि उत्पादन एवं नवीन तकनीक की जानकारी के लिए फिलीपींस के साथ विभिन्न राज्यों में प्रशिक्षण कार्य मे सहभागी बनने आमंत्रित किया.
शुगर के मरीजों के लिए उपयोगी हैं ये राईस
साथ ही प्रशिक्षण उपरांत स्थानीय कृषकों को अवगत कराने की बात कही. ग्रीन, रेड और ब्लैक राईस खासकर शुगर के मरीजों के लिए उपयोगी बताया जा रहा है. हालांकि अभी ये नयी फसल है. लेकिन महासमुंद जिले में इसका रकबा लगातार बढ़ रहा है. अन्य कृषक भी इस फसल की तरफ दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
इन फसलों से होता है बेहतर मुनाफा
माना जा रहा है कि इसकी फसल से कृषकों को बेहतर मुनाफा होगा. साथ ही इन चावलों में फूड सप्लीमेंट की जरूरत भी समाप्त होगी क्योंकि ये चावल हार्ट से संबंधित बीमारियों के लिए बेहद उपयोगी है. साथ ही कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाने के अलावा डाइजेशन को भी मेंटेन करता है. वैसे तो शुगर जैसी बीमारी के लिए ये सभी चावल बेहद उपयोगी माने जा रहे हैं. लेकिन ब्लैक राईस शुगर के मरीजों के लिए बेहतर बताया जा रहा है. कह सकते हैं कि ये चावल औषधीय गुणों की खान हैं.
मनाया जा रहा है राष्ट्रीय पोषण आहार दिवस
बता दें कि एक सितंबर से सात सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण आहार दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे में महासमुंद जिले के अन्नदाता पोषक आहार जो स्वास्थ्य और पोषण आहार की बेहतर फसल ले रहे हैं.
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