प्रेमानंद महाराज की 4 बच्चे पैदा करने की सलाह से सियासत में उबाल, कांग्रेस ने पूछा-`उन्होंने खुद कितनी संतानें पैदा कीं?`
Chhattisgarh Poltics: उज्जैन के महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज की हिंदू महिलाओं को 4 बच्चे पैदा करने की सलाह पर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने पूछा कि उन्होंने खुद कितने बच्चे पैदा किए हैं, जबकि भाजपा ने उनकी सलाह को निजी राय और सम्मान योग्य बताया.
Swami Premanand Maharaj Statement: उज्जैन के पंचायती निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज की हिन्दू महिलाओं को 4 लड़के पैदा करने की सलाह पर छत्तीसगढ़ में भी सियासत गरमा गई है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों का रिएक्शन सामने आया है. कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने सवाल उठाया कि महामंडलेश्वर ने स्वयं कितने बच्चे पैदा किए हैं. दूसरी ओर भाजपा प्रवक्ता राजीव चक्रवर्ती ने इसे भारतीय धर्म संस्कृति का हिस्सा बताते हुए निजी राय और सम्मान योग्य कहा. वहीं, राजीव लोचन दास महाराज ने प्रेमानंद महाराज की सलाह का समर्थन किया.
'हिंदुओं का धर्म गुरु कहना आपत्तिजनक है'
महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज की सलाह पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, "कितने बच्चे पैदा करना है? परिवार का कैसा नियोजन करना है, यह व्यक्ति का अपना विशेषाधिकार होता है. अगर कोई अपने आप को स्वयंभू हिंदू समाज का धर्म गुरु घोषित करके सलाह दे रहा है, तो महामंडलेश्वर जी पहले यह बताएं कि उन्होंने कितने बच्चे पैदा किए हैं. वे मोदी की स्तुति कर रहे हैं और आरएसएस तथा भाजपा के प्रचारक लग रहे हैं. उन्हें हिंदुओं का धर्म गुरु कहना आपत्तिजनक है."
भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणी
भाजपा प्रवक्ता राजीव चक्रवर्ती ने कहा कि भारत की धर्म संस्कृति में महामंडलेश्वर और पुजारियों की बहुत इज्जत और सम्मान है. वे निजी जीवन जीते हैं और उनके पास धर्म का दर्शन होता है. यह उनका अपना दर्शन है और उनकी निजी राय है. भविष्य में युवाओं की आवश्यकता को देखते हुए अपने धर्म और संस्कृति को फैलाने के लिए यह उनकी निजी राय है, लेकिन उनका सम्मान किया जाना चाहिए.
राजीव लोचन दास महाराज का समर्थन
महामंडलेश्वर प्रेमानंद की सलाह का समर्थन राजीव लोचन दास महाराज ने किया है. उन्होंने कहा कि जनसंख्या रोकने की जिम्मेदारी केवल हिंदुओं की नहीं है. हम दो, हमारे दो की संख्या के चक्कर में हमारी जनसंख्या घट रही है, और वे 'हम पांच, हमारे पचास' का समर्थन कर रहे हैं. जनसंख्या विस्फोट इन लोगों के कारण हो रहा है. चार बच्चे पैदा करने में कोई दिक्कत नहीं है. इसमें कोई दो राय नहीं है. अधिक संख्या होने पर ही आपका परिवार सुरक्षित रह सकेगा. उन्होंने सही बात कही है. हम उन्हें हाथ जोड़कर नमस्कार करते हैं.
रिपोर्ट: राजेश निषाद (रायपुर)