MP Politics News: स्वामी प्रेमानंद महाराज का विवादित बयान हिंदू महिलाओं को 4 बच्चे पैदा करने की सलाह पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने इसे पाखंडी करार दिया, जबकि बीजेपी ने कांग्रेस पर मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया है.
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Swami Premanand Maharaj statement: उज्जैन के पंचायती निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज के हिंदू महिलाओं को 4 बच्चे पैदा करने की सलाह देने वाले बयान से मध्य प्रदेश की सियासत में हलचल पैदा हो गई है. कांग्रेस ने इसे पाखंडी बताते हुए आलोचना की, जबकि बीजेपी विधायक भगवान दास सबनानी ने पलटवार किया, और कहा कि बाबा परमार्थ का काम कर रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पर मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया.
मध्य प्रदेश की सियासत हुई गर्म
स्वामी प्रेमानंद महाराज के विवादित बयान के कारण मध्य प्रदेश की सियासत में गर्मागर्मी का माहौल है. उज्जैन के बाबा स्वामी प्रेमानंद महाराज ने हिंदू महिलाओं को चार बेटे पैदा करने की सलाह दी, जिससे सियासी हलकों में उबाल आ गया. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह बाबा पाखंडी है और धर्म की बात करने के बजाय बीजेपी का एजेंडा चला रहे हैं. बाबा की सलाह पर हिंदू जनसंख्या बढ़ाने के मुद्दे पर भी कांग्रेस ने एतराज जताया है.
'कांग्रेस संतो का अपमान न करें'
वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा विधायक भगवान दास सबनानी ने पलटवार किया. भगवान दास सबनानी ने कहा कि बाबा परमार्थ का कार्य कर रहे हैं और उनके बयान से भाजपा का कोई लेना देना नहीं है. कांग्रेस संतो का अपमान न करें. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह मुस्लिमों की जनसंख्या को लेकर चुप है क्योंकि उसे मुस्लिमों के वोट बैंक की भूखी है.
प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा था?
स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा था, "उत्तर प्रदेश के 17 जिले अब हिंदू धर्म के नहीं रहे, आधा बंगाल संकट में है, और असम में 5 लाख लोग बिना पासपोर्ट और वीजा के रह रहे हैं, जबकि, वहां 8-8 बच्चे हो रहे हैं. इसके विपरीत, हमारे यहां माताएं अपने फिगर को बनाए रखने में लगी हैं. महाभारत में लिखा है कि 60,000 बच्चे होते थे, लेकिन अब सिर्फ 1-2 ही होते हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि यदि आपका 2 बच्चों का लक्ष्य है, तो 3 बच्चे पैदा करें और हमें दें, हम उनका पालन-पोषण करेंगे. पहले 2 करोड़ थे, फिर 9 करोड़ हुए और अब 38 करोड़ हो गए हैं. अगर यही स्थिति रही, तो भारत इंडोनेशिया बन सकता है."
उन्होंने यह भी कहा, " यदि अखंड भारत की कल्पना करनी है, तो माताओं को कम से कम 4 बच्चे पैदा करने चाहिए और अगर अधिक हो जाएं तो यह ईश्वर की कृपा होगी. सनातन संस्कृति को बचाने के लिए माताओं को क्षत्राणी बनना होगा. आज हम अल्पसंख्यक उन्हें कहते हैं, और कल कश्मीर की तरह हम भी अल्पसंख्यक हो सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मां ने 7 बच्चों की परवरिश की है और वे 7 भाई हैं."