Chhattisgarh New: नई दिल्ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पर्वेक्षकों के साथ चली विधायक दल की बैठक के बाद भाजपा ने अपना नेता चुन लिया है. करीब 7 दिनों तक जारी रहे संशय के बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने पर्वेक्षकों के साथ हुई बैठक में विष्णुदेव साय (Chief Minister Vishnu Deo Sai) को अपना नेता चुन लिया है. यानी साय अब सदन के नेता बनने जा रहे हैं. सबसे खास बात ये रही कि 3 तारीख के बाद से ही मुख्यमंत्री पद की रेस में कई नाम रहे लेकिन, आज सामने आया की मोदी-शाह (PM Modi Amit Shah) के दिल में विष्णुदेव साय थे.


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मोदी-शाह के दिल में थे विष्णुदेव साय
2014 के बाद से मोदी-शाह की स्ट्रेटजी को ध्यान से देखें वो सबसे पहले कुछ और दिखाते हैं. लेकिन, अंत में फैसला कुछ और ही होता है और सरप्राइज नाम सबसे सामने आता है. सियासी जानकार ये भी कहने में गुरेज नहीं करते की नामों का ऐलान बस एक फॉर्मलटी होती है. असल में नेता वहीं होता है जो पीएम मोदी और गृहमंत्री अपनी साह के पैमानों पर खरा उतरता है. यानी की उवके दिल में होता है. ऐसे में कहा जा सकता है पीएम मोदी और शाह के मन में विष्णुदेव साय थे.


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छत्तीसगढ़ के लिए था सरप्राइज नाम
3 तारीख को चुनाव परिणाम आते ही कई नामों को लेकर चर्चा होने लगी थी. इसमें डॉक्टक रमन सिंह, अरुण शाव, बृजमोहन अग्रवाल, लता उसेंडी, सरोज पांडे, रेणुका सिंह, विजय बघेल, सरोज पांडेय के साथ-साथ ओपी चौधरी और गोमती साय का नाम चर्चा में था. चुनाव जीतने वाले सांसदों के इस्तीफे के बाद रेणुका सिंह का नाम काफी तेजी से ऊपर आया. लेकिन, 2 दिन में उनके नाम की चर्चा फीकी पड़ गई. आज जब विधायक दल की बैठक हुई से वहां से सरप्राइज करने वाला नाम विष्णुदेव साय का आया.


क्या है विष्णुदेव साय का सियासी सफर
21 फवरी 1964 को जशपुर के एक किसान परिवार में जन्मे विष्णुदेव साय ने 10वीं तक की पढ़ाई कुनकुरी से ही की. उनका सियासी सफर 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच से शुरू होता है. उसके बाद वो सरपंच और फिर विधायक के बाद सांसद भी बनी. इस दौरान उन्होंने मंत्री की जिम्मेदारी भी निभाई और संगठन में भी कई पद संभाला. 2020 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. 1999 से 2014 तक वह रायगढ़ से सांसद रहे.