Chhattisgarh: रायपुर। भूपेश सरकार ने नेतृत्व में छत्तीसगढ़ लगातार आगे बढ़ रहा है. दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे व्यापार मेले में सरकार ने राज्य को ड्रोन और UAV हब बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं. इसके साथ ही इथेनॉल के लिए भी प्रयास को एक बड़ी कामयाबी मिली है. राज्य सरकार ने बिजनेस समिट में दो बड़े MOU साइन किए हैं. दो बड़ी कंपनियों से हुए करार के मुताबिक, प्रदेश में 190 करोड़ रुपये का निवेश होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

समझौतों से बड़ी उम्मीद
छत्तीसगढ़ में ड्रोन उत्पादन इकाई की स्थापना, इथेनॉल उत्पादन यूनिट की स्थापना, ड्रोन और यूएवी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना के लिए सरकार ने समझौते किए हैं. ये समझौते दिल्ली के प्रगति मैदान में किए आयोजित व्यापार मेले में हुए हैं. इन समझौतों के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में इससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के साथ राज्य की टेक्नोलॉजी में विस्तार होगा.


ये भी पढ़ें: BJP सांसद के घर हुई चोरी का खुलासा, नेताजी के घर इस शख्स ने डाला डाका


किससे कितना हुआ करार


- इथेनॉल उत्पादन के लिए MOU
इथेनॉल उत्पादन यूनिट की स्थापना के लिए 140 करोड़ का निवास होगा. इस संबंध में इथेनॉल उत्पादन इकाई स्थापित करने एनकेजे बायोफ्यूल के साथ एमओयू साइन किया गया है. एनकेजे बायोफ्यूल 140 करोड़ का निवेश करेंगे.


Video: शेर सा शिकारी है ये सांप! पलक झपकते ही कर देता है काम तमाम, देखें वीडियो


- ड्रोन और यूएवी के लिए MOU
ड्रोन और यूएवी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए डेबेस्ट रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के साथ भी एक एमओयू साइन हुआ है. इसके तहत डेबेस्ट रिसर्च कंपनी 50.95 करोड़ का निवेश करेगी कंपनी प्रदेश में 45 सौ यूनिट स्थापित करेगी.


ये भी पढ़ें: ये हैं TOP-5 छत्तीसगढ़ी व्यंजन, फटाफट हो जाएंगे तैयार; जानें रेसिपी


आगे भी होगा निवेश
MOU पर हस्ताक्षर के समय नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्याम सुंदर बजाज, रुरल इंडस्ट्री के संचालक अरुण प्रसाद, राज्य औद्योगिक विकास निगम के कार्यकारी संचालक अनिल श्रीवास्तव भी मौजूद थे. मंत्रियों और अधिकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स, लघु वनोपज, हस्तशिल्प और हथकरघा आदि में निवेश की अपार संभावनाओं के साथ कंपनियों को आमंत्रित किया है. संभावना है कि अभी और निवेश होंगे.